Coronavirus: चीन से शुरू होने वाले कोरोनावायरस (Coronavirus ) का कहर अब दुनियाभर में देखा जा रहा है. आज यह 60 से भी ज्यादा देशों में अपने पांव पसार चुका है. भारत (India) भी इससे अछूता नहीं रह सका है. खबरों के मुताबिक, भारत में फिलहाल इस वायरस की चपेट में 5 लोग आ चुके हैं. सरकार इन पर काफी नजदीक से निगरानी कर रही है. इससे फैली बीमारी को लेकर दुनियाभर में कई तरह की बातें सामने आ रही हैं. इस बीमारी से जुड़ी कई गलत जानकारियां इंटरनेट (Internet) पर फैल गई हैं. यहां हम इस बीमारी से जुड़ी कुछ वैसी खास चीजों पर चर्चा करते हैं जिनसे हमें ऑनलाइन (Online) करने से बचना चाहिए.

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जानकारों का कहना है कि कभी भी कोरोनावायरस से बचाने वाले मास्क (Mask) का विज्ञापन अगर ऑनलाइन दिखे और इसमें यह दावा किया जा रहा हो कि यह आपकी सुरक्षा करेगा, तो इसके चक्कर में न पड़ें. दरअसल, ऐसा कोई मास्क मार्केट में है ही नहीं जो आपको कोरोनावायरस से बचा सकता है.

इस बात को लेकर ज्यादा ध्यान न लगाएं कि N95 मास्क सर्जिकल मास्क से बेहतर है या नहीं. हेल्थ एक्सर्ट्स का कहना है कि अकेले मास्क आपकी कोरोनावायरस से रक्षा करेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है. इस वायरस का साइज इतना छोटा है कि यह मास्क के मटीरियल से होकर गुजर सकता है.

कोरोनावायरस से बचाने वाले किसी दवाई या तेल को ऑनलाइन सर्च नहीं करें. कोरोनावायरस का कोई ऑफिशियल इलाज अभी नहीं है. ऐसे किसी भी प्रॉडक्ट पर भरोसा न करें जो आपको कोरोनावायरस से सुरक्षा देने का दावा करते हैं. इसके अलावा बिना सोचे-समझे वेबसाइट पर कोरोनावायरस के बारे में जानकारी सर्च न करें. इस बीमारी के लिए कोई ऑफिशियल टेस्ट किट भी नहीं है. इसलिए इसके नाम पर ऑनलाइन बिक रहे किट पर भरोसा न करें.

कोरानावायरस को लेकर व्हाट्सऐप (WhatsApp) या टिकटॉक (Tik Tok) पर आए मैसेज पर भरोसा न करें और न ही उसे किसी को फॉरवर्ड करें. साथ ही इस बीमारी के बारे में किसी भी यूट्यूबर से कोई सलाह नहीं लें.

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कोरोनावायरस से जुड़े लक्षण को ऑनलाइन सर्च न करें. अगर आपको लगता है कि आप बीमार हैं तो आप सीधे डॉक्टर से दिखाएं. कभी भी कोरोनावायरस से जुड़े किसी भी फिशिंग ईमेल को लेकर सतर्क रहें. साइबर क्रिमिनल आपसे गलत तरीके से फायदा उठाने की ताक में हो सकते हैं.