गर्मी में भी नहीं थमेगा Coronavirus का कहर, 60 डिग्री तापमान भी इस पर बेअसर
60 डिग्री सेल्सियस तापमान पर करीब 1 घंटा परिक्षण करने के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि कोरोना वायरस इस स्टेज पर भी संक्रमण फैलाने में सक्षम था.
चीन (China) से निकला कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. पहले इस बात की तसल्ली थी कि यह वायरस तेज गर्मी में खत्म हो जाएगा, लेकिन अब जब आधा अप्रैल खत्म हो गया है और तापमान लगातार बढ़ता ही जा रहा है, तो ऐसे में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है कि गर्मी में भी इसका प्रकोप जारी रहेगा. क्योंकि, जानलेवा कोरोना वायरस 60 डिग्री तापमान पर भी जीवत रह सकता है.
दक्षिण फ्रांस की Aix-Marseille University की रिचर्स में यह खुलासा हुआ है कि इस वायरस पर गर्मी का भी कोई खास असर नहीं होता है.
60 डिग्री पर 1 घंटा टेस्ट
यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रेमी शेरेल (Professor Remi Charrel) और उनकी टीम कोरोना वायरस पर लगातार रिसर्च कर रही है. प्रोफेसर रेमी ने इस वायरस को 60 डिग्री सेल्सियस तापमान पर भी टेस्ट किया. इस तापमान पर करीब 1 घंटा परिक्षण करने के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि कोरोना वायरस की कुछ किस्म इस स्टेज पर भी संक्रमण फैलाने में सक्षम थीं.
केवल 92 डिग्री पर होगा खत्म
रिसर्च में पाया कि इस वायरस को केवल 92 डिग्री सेल्सियस तापमान पर नष्ट किया जा सकता है और वह भी 15 मिनट रखने के बाद.
इस रिसर्च पर भरोसा करें तो गर्मी में भी यह वायरस कहर बरपाता रहेगा.
हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन भी बेअसर
पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 (Covid-19) के इलाज में मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन को कारगार माना गया था. महामारी की एमरजेंसी में USFDA ने भी हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन को मंजूरी दे दी थी. इसके बाद कई देशों ने भारत से इस दवा को इंपोर्ट किया है. लेकिन, इस दवा के बारे में भी एक चौंकाने वाली बात सामने आई है.
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फ्रेंट स्टडी में दावा किया गया है कि हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) से कोरोना पर कोई असर नहीं होगा. दरअसल, USFDA ने जो मंजूरी दी थी, वो टेस्टिंग के लिए दी थी.
ज़ी बिज़नेस की रिसर्च टीम के मुताबिक, फार्मा कंपनियों के पास हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की जो डिमांड आई है. वो भी टेस्टिंग के लिए ही दवा का इस्तेमाल किया जा रहा है.