Corona in India: नए साल पर 'कोरोना ग्रहण', अभी से खुद को कर लें प्रोटेक्ट, विशेषज्ञ ने बताए ये तरीके
विशेषज्ञ की मानें तो सिर्फ मास्क और सेनेटाइजर ही आपके प्रोटेक्शन के लिए काफी नहीं. वायरस के अटैक से खुद को बचाने के लिए आपको अपने शरीर के डिफेंस मैकेनिज्म को मजबूत करने की जरूरत है.
नए साल (New Year 2023) से ठीक पहले कोरोना ने दुनियाभर में हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है. कोविड-19 के Omicron वेरिएंट का सब वेरिएंट BF.7 इतनी तेजी से फैल रहा है कि लोग समझ भी नहीं पाते. BF.7 वेरिएंट को काफी खतरनाक बताया जा रहा है. साइंस जर्नल सेल होस्ट एंड माइक्रोब में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, BF.7 को इसके वास्तविक वेरिएंट से चार गुना अधिक प्रतिरोधी वायरस बताया गया है. भारत भी इसको लेकर अलर्ट मोड में आ चुका है. भारत सरकार (Govt of India) और राज्य सरकारों की तरफ से कोरोना को लेकर आए दिन गाइडलाइंस आ रही हैं.
कोरोना बढ़ने के साथ ही मास्क और सेनेटाइजर का दौर फिर से लौटने लगा है. लेकिन योग, प्राकृतिक चिकित्सा और आहार चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. रमाकांत शर्मा की मानें तो सिर्फ मास्क और सेनेटाइजर ही आपके प्रोटेक्शन के लिए काफी नहीं. वायरस के अटैक से बचने के लिए आपको अपने शरीर के डिफेंस मैकेनिज्म को मजबूत करने की जरूरत है. यहां जानिए कोरोना से बचाव के लिए क्या करने की जरूरत है.
क्या कहना है विशेषज्ञ का
डॉ. रमाकांत शर्मा का कहना है कि कोई भी वायरस आपके शरीर में प्रवेश तो कर सकता है, लेकिन नुकसान तभी पहुंचा सकता है, जब हमारे शरीर का डिफेंस मैकेनिज्म कमजोर हो. आमतौर पर कोरोना से बचाव के तौर पर हम सिर्फ फेफड़ों को मजबूत करने के उपाय करते हैं, इम्युनिटी को मजबूत करने की कोशिश में लगे रहते हैं, लेकिन डिफेंस मैकेनिज्म को मजबूत करने के लिए पूरे शरीर को मजबूत करने की जरूरत होती है. अगर आपका डिफेंस मैकेनिज्म मजबूत है, तो कोई भी वायरस आपके शरीर को जल्दी नुकसान नहीं पहुंचा सकता. शरीर का डिफेंस मैकेनिज्म मजबूत बनाने के लिए कुछ आदतों को अपने रुटीन में शामिल करना बहुत जरूरी है.
ऐसे शरीर का डिफेंस मैकेनिज्म करें मजबूत
- नियमित रूप से कम से कम साढ़े तीन से साढ़े चार लीटर पानी पीने की आदत डालें. पानी आपके शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है.
- हल्का और सुपाच्य खाना खाएं. कम मसालेदार और उबली सब्जियां खाएं. महीन आटे की बजाय मोटे आटे की रोटी खाएं.
- स्प्राउट्स, चने, मौसमी फल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं. बाहरी फूड, स्ट्रीट फूड और पैकेट बंद चीजों से पूरी तरह से बचें.
- सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी वगैरह से शरीर को बचाकर रखें. इनसे आपका शरीर कमजोर पड़ जाता है. इसके लिए गर्म पानी में हल्दी या सेंधा नमक डालकर गरारे करें.
- सरसों के तेल या नारियल के तेल से ऑयल पुलिंग करें. इसके लिए तेल को मुंह में भरकर कुछ देर रखें. पूरे मुंह में घुमाएं. करीब 10 मिनट बाद थूक दें और पानी से कुल्ला करें.
- यूकेलिप्टस के पत्ते, नीलगिरी का तेल, विक्स में से कुछ भी पानी में डालें और भाप लें. तुलसी, मुलैठी और सोंठ का काढ़ा पीएं.
- सोते समय नाक में घी या बादाम रोगन या अणु तेल की कुछ बूंदें डालें, ताकि नाक एकदम क्लीन रहे.
- पेट को साफ रखने के लिए रात को सोते समय गुनगुने पानी के साथ त्रिफला या हरड़ या ईसबगोल में से कोई एक चीज लें.
- इसके अलावा खुली हवा में कुछ देर जरूर टहलें. नियमित रूप से अनुलोम विलोम करें. इसके अलावा लंबी सांस लेकर धीरे-धीरे छोड़ें. कम से कम 50 से 100 बार ये अभ्यास करें.
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