देश का कोयला आयात सितंबर महीने में 35 प्रतिशत बढ़कर 2.11 करोड़ टन पर पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में यह आंकड़ा 1.56 करोड़ टन था. आयात में यह तेजी ऐसे समय आई है जब देश के बिजली संयंत्र कोयले की कमी से जूझ रहे हैं. टाटा स्टील और सेल की संयुक्त उद्यम एमजंक्शन सर्विसेज के मुताबिक, "समीक्षाधीन अवधि के दौरान गैर-कोकिंग कोयले के अधिक आयात से सितंबर महीने में कोयला और कोक आयात में वृद्धि हुई."

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हालांकि, मासिक आधार पर कोकिंग कोयला आयात में मामूली गिरावट रही. फर्म ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान कुल कोयला और कोक आयात 13.9 प्रतिशत बढ़कर 11.94 करोड़ टन हो गया. पिछले अप्रैल-सितंबर में आयात 10.48 करोड़ टन था. एमजंक्शन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने पीटीआई-भाषा से कहा, "बिजली क्षेत्र में कोयले की कमी को देखते हुये आयातित कोयले की मांग काफी अधिक है. अक्टूबर में यह रुख जारी रहने की उम्मीद है.

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में स्टीम कोल आयात पिछले वर्ष की इसी अवधि में 7.02 करोड़ टन से 17.5 प्रतिशत से बढ़कर 8.25 करोड़ टन हो गया. बिजली संयंत्रों में कोयले की कमी को देखते हुए सरकार ने हाल में कोल इंडिया और उसकी अनुषंगियों को ईंधन आपूर्ति में बिजली संयंत्रों को तवज्जो देने का निर्देश दिया है.