CDS रावत हेलीकॉप्टर दुर्घटना: बीमा कंपनियों ने रिकॉर्ड समय में निपटाया क्लेम, सैन्यकर्मियों के परिवार को मिली राशि
CDS Gen Rawat chopper crash: सरकारी बीमा कंपनियों ने सीडीएस रावत के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए लोगों के लिए ग्रुप एक्सीडेंट बीमा क्लेम को रिकॉर्ड समय में सेटल कर दिया है.
CDS Gen Rawat chopper crash: सरकारी बीमा कंपनियों- न्यू इंडिया एश्योरेंस (NIA) और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस (UII) ने CDS रावत के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंट बीमा क्लेम में को रिकॉर्ड समय में निपटाया. भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल Bipin Rawat, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर L S Lidder समेत अन्य डिफेंस पर्सनल की हाल ही में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी.
8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में CDS रावत का हुआ था निधन
जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, ब्रिगेडियर लिडर और 10 सशस्त्र बल के जवान 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास Mi-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए थे. पिछले कुछ दशकों में यह भारत के सबसे बड़े हवाई दुर्घटनाओं में से एक था, जिसमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी शामिल थे.
Zee Business Hindi Live यहां देखें
सभी रक्षा कर्मियों (Difference Personal) को उनके सैलरी अकाउंट के साथ समूह व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर (group personal accident insurance cover) का लाभ मिलता है.
30 मिनट में हुआ दावे का निपटान
सूत्रों के अनुसार, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस (UII) ने अब तक जनरल रावत और अन्य सात डिफेंस पर्सनल के पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर को रिकॉर्ड 30 मिनट में निपटाया है. वहीं न्यू इंडिया एंश्योरेंस (NIA) ने क्लेम की सूचना मिलने के एक घंटे के भीतर ब्रिगेडियर लिद्दर के दावे का भुगतान किया.
UII के चेयरमैन और एमडी सत्यजीत त्रिपाठी ने बताया कि 10 दिसबंर को हमें बैंक से प्राथमिक सूचना मिली की ये अकाउंट होल्डर्स खतरनाक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हो गए हैं. हमने बैंक से हमारे पास आए न्यूनतम आवश्यक कागज के साथ दावा राशि का निपटारा किया.
इन बैंक के साथ था कवर
उन्होंने बताया कि CDS जनरल रावत समेत आठ अकाउंट होल्डर्स को SBI GPA के तहत कवर किया गया था.
त्रिपाठी ने बताया कि UII पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के साथ GPA पॉलिसी रखने वाले दो और अन्य डिफेंस पर्सनल के लिए पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस क्लेम को निपटाने के प्रोसेस में है.
त्रिपाठी ने बताया कि सेना के अधिकारियों को दी जाने वाली बीमा राशि 30 लाख रुपये है. वहीं वायु सेना के अधिकारियों को 40 लाख रुपये मिलते हैं.