केंद्र सरकार ने सीबीएसई की तरफ से बोर्ड से जुड़े स्कूलों के प्रधानाचार्यों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने की योजनाएं तैयार की हैं. CBSE नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति एनईपी लागू की गई है. cbse का कहना है कि स्कूल के स्टूडेंट्स को किताबी ज्ञान के अलावा उनके कौशल को निखारना जरुरी है. इसके लिए एनईपी को लेकर जिम्मेदारी भी निर्धारित की जाएगी.

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प्रधानाचार्यों को 50 घंटे प्रशिक्षण लेना अनिवार्य

सीबीएसई के द्वारा कहा गया कि तीन जुलाई से 28 अगस्त के बीच स्कूलों के प्रधानाचार्यों को 50 घंटे ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसमें उन्हें अपने- अपने स्कूलों के बच्चों को जागरूक करने के बारे में बताया जाएगा. यह ट्रेनिंग तीन-तीन घंटे आनलाइन वेबिनार के जरिए दी जाएगी.

जुलाई में होगी सप्लीमेंट्री परीक्षा सीबीएसई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, सप्लीमेंट्री एग्जाम या पूरक परीक्षा का आयोजन जुलाई 2023 में किया जाएगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में दिए गए सुझाव के अनुसार सीबीएसई की कंपार्टमेंट परीक्षा का नाम बदलकर पूरक परीक्षा कर दिया है.

12 मई को जारी हुआ था रिजल्ट

CBSE बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट जारी किया गया है. जिसमें बीते साल के मुकाबले 5 फीसदी कम बच्चे पास हुए हैं. बता दें कि बीते वर्ष जहां 12वीं बोर्ड के 92.71 छात्रों ने पास किया था, वहीं इस साल कुल 87.33 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं. जो बीते वर्ष के मुकाबले 5.38 प्रतिशत कम है. यानी 12वीं बोर्ड के रिजल्ट में 5 फीसदी से भी अधिक की गिरावट आई है. वहीं राज्यों के रिजल्ट की तुलना करें तो CBSE के देश भर में 16 रीजन है. जिसमे नोएडा, देहरादून और प्रयागराज रीजन अंतिम रैंकिंग यानी 14, 15 और 16 वें स्थान पर पहुंच गया है.