उड़ान के दौरान कर सकते हैं मोबाइल फोन पर बात, अगले महीने नियमों को मिल सकती है मंजूरी
कानून मंत्रालय की मंजूरी के बाद भारतीय वायु क्षेत्र में उड़ान के दौरान फोन कॉल और इंटरनेट सर्फिंग के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल से जुड़े नियम जनवरी तक अधिसूचित किये जा सकते हैं.
दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने संकेत दिया कि कानून मंत्रालय की मंजूरी के बाद भारतीय वायु क्षेत्र में उड़ान के दौरान फोन कॉल और इंटरनेट सर्फिंग के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल से जुड़े नियम जनवरी तक अधिसूचित किये जा सकते हैं. दूरसंचार मंत्रालय उड़ान के दौरान संपर्क को लेकर कानून मंत्रालय की राय का इंतजार कर रहा है. उन्होंने कहा कि कानून मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद वह नियमों को अधिसूचित करने को लेकर आशान्वित है.
मनोज सिन्हा ने कहा, 'हमने कानून मंत्रालय से अनुमति मांगी है ... मुझे लगता है कि हफ्ते, दस दिन में ऐसा हो जाएगा, एक बार ऐसा होते ही हम शुरू कर सकते हैं.' सिन्हा से पूछा गया कि क्या अगले साल की शुरुआत में इस बात की उम्मीद की जा सकती है तो उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर आशान्वित हैं.
दूरसंचार विभाग की सर्वोच्च नीति-निर्धारण संस्था दूरसंचार आयोग ने एक मई को उड़ान के दौरान फोन कॉल और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के इस्तेमाल संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी. कई विकसित देशों में यह सुविधा उपलब्ध है.
सरकार यदि इसकी अनुमति देती है तो इससे विमान यात्रियों को यात्रा के दौरान इंटरनेट और वायस काल सेवाओं के इस्तेमाल का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा. उड़ान के दौरान संपर्क सुविधा के नियम समुद्री यातायात में भी मान्य होंगे.
उपग्रह जी-सैट 11 से आएगी संचार क्रांति
मनोज सिन्हा ने संचार उपग्रह जी सैट-इलेवन के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो को बधाई देते हुए कहा कि देश के सबसे भारी, बड़े और अत्याधुनिक उपग्रह का प्रक्षेपण भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की बहुत बड़ी कामयाबी है.
उन्होंने कहा है कि उपग्रह जी-सैट 11 के प्रक्षेपण से संचार के क्षेत्र में क्रान्ति आयेगी. इससे ग्रामीण तथा दूरदराज के लोगों को किफायती दर पर ब्रॉडबैंड सेवायें मिल सकेंगी. इससे विशेष रूप से भारत में परियोजना नॉर्थ इस्टर्न स्टेट्स और हिली स्टेट्स में बिग बूस्ट मिलेगा और हाई स्पीड डाटा हम वहां उपलब्ध करा सकेंगे.