न दशहरा.. ना दिवाली, त्योहारों में अधूरा ही रहेगा सस्ते घर का सपना! ये है बिल्डर्स का प्लान
हर किसी का सपना होता है कि फेस्टिवल सीजन में घर खरीदा जाए. Real Estate सेक्टर जिस दौर से गुजर रहा है, ऐसे में ये संभावना थी कि बिल्डर्स बिक्री बढ़ाने के लिए कीमतों में कमी करेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
रिपोर्ट : गौरव खोसला
हर किसी का सपना होता है कि फेस्टिवल सीजन में घर खरीदा जाए. Real Estate सेक्टर जिस दौर से गुजर रहा है, ऐसे में ये संभावना थी कि बिल्डर्स बिक्री बढ़ाने के लिए कीमतों में कमी करेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रिसर्च फर्म एनॉरॉक प्रॉपर्टी के मुताबिक, देश के 7 बड़े शहरों में अब भी बिना बिके मकानों की संख्या 6.65 लाख यूनिट है. फिर भी दाम नहीं घट रहे. इसके पीछे बड़ा कारण बिल्डरों का सरकार पर भरोसा है. उन्हें लगता है कि सरकार जल्द ही Real Estate सेक्टर के लिए कुछ उपाय करेगी, जिससे मकानों की सेल बढ़ेगी.
अनुमान के मुताबिक, 2013 में शहरों में करीब 1.9 करोड़ घरों की जरूरत थी. जो कम होकर 1 करोड़ पर आ गई है. मौजूदा ट्रेंड की तरफ देखा जाए तो फिलहाल ज़्यादातार बिल्डर्स अफोर्डेबल और मिड-रेंज सेगमेंट की तरफ ध्यान दे रहे हैं, बावजूद इसके बायर्स की तरफ से बहुत अधिक रिसपॉन्स नहीं मिला है. बड़ी वजह यह है कि शहरी इलाकों में जमीन के रेट्स काफी अधिक हैं और जो अफोर्डेबल सेगमेंट में लॉन्चिंग हुई है, वहां अभी तक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं है.
बिल्डर्स का नज़रिया
एबीए कॉर्प और क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के प्रेसीडेंट अमित मोदी का कहना है कि हर बिल्डर को उम्मीद होती है कि फेस्टिवल सीज़न में बिक्री बढ़े. ये फेस्टिवल सीज़न इसलिए खास है क्योंकि कीमतें अभी काफी कम हैं और आने वाले समय में डिमांड बढ़ सकती है. रियल एस्टेट में अब भी मंदी है लेकिन आने वाले समय में कीमतें गिरने के आसार काफी कम हैं. एक अच्छी लोकेशन, बेहतर क्वॉलिटी समय पर डिलीवरी देने वाले बिल्डर्स की डिमांड हमेशा बनी रहती है.
कीमत घटने की उम्मीद कम
साया ग्रुप के विकास भसीन बताते हैं कि बेशक 3 साल रियल एस्टेट के लिए अच्छे नहीं रहे हैं लेकिन इस सेक्टर में जान डालने के लिए सरकार भी काफी गंभीर है. सरकार की मदद से काफी हद तक मुश्किलों का हल होने जा रहा है. ऐसे में आने वाले त्योहारी सीज़न में दाम घटने के आसार काफी कम है.
कितने बढ़े घरों के दाम
एनॉरॉक प्रॉपर्टी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 की पहली छमाही के मुकाबले 2019 की पहली छमाही में क़ीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. हालांकि, सिर्फ कोलकाता में घरों की क़ीमतों में कमी आई है. NCR, MMR, पुणे में 1% की बढ़ोतरी दर्ज की गई जबकि हैदराबाद और बेंगलुरु में 2% का इज़ाफा देखा गया.
क्या है एक्सपर्टस की राय
प्रॉपर्टी एक्सपर्ट आकाश बंसल का कहना है कि बेशक बिल्डर्स पर अभी काफी दबाव है, लेकिन जितनी कीमतें कम होनी थी, हो चुकी हैं. आने वाले त्योहारी सीजन में दाम कम होने के आसार ना के बराबर हैं. बिल्डर्स प्रोजेक्ट तो लॉन्च कर देते हैं, समय पर डिलीवरी नहीं हो पाती और इसी वजह से रियल एस्टेट सेक्टर के हालात खराब हैं.