कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी covid 19 से लड़ाई के बीच हालात को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन (Union Health Minister Dr. Harsh Vardhan) ने सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को ब्लड बैंकों (Blood banks) में ब्लड की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए कहा है. वहीं सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल ई-रक्त कोष (E-blood kosh) के जरिए सभी ब्लड बैंकों के वर्तमान स्टॉक के स्टेट्स की समीक्षा भी शरू कर दी है. वहीं भारतीय रेड क्रास (Indian Red Cross) ने दिल्ली में जरूरत मंद लोगों को ब्लड उपलब्ध कराने के लिए एक कंट्रोलरूम शुरू किया है.

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शुरू किया गया कंट्रोल रूम

भारतीय रेड क्रॉस ने Delhi में जरूरत मंद लोगों को आपात स्थित में खून उपलब्ध कराने के लिए एक कंट्रोल रूम (Control room) शुरू किया है.  इस कंट्रोल रूम को सप्ताह में सातों दिन और 24 घंटे चलाया जा रहा है.  कोई भी जरूरत मंद व्यक्ति रेड क्रॉस की ओर से जारी किए गए हेल्पलाइन नम्बरों 011-23359379, 93199 82104, 93199 82105 पर संपर्क करके ब्लड ले सकता है. जो लोग ब्लड डोनेट करना चाहते हैं वो भी इन कंट्रोल रूम से सपर्क कर ब्लड डोनेट कर सकते हैं.

दो दिन नहीं होगी जांच

सरकार ने अगले दो दिन राज्यों में COVID19 के सैंपल की जांच नहीं करने का फैसला लिया है. कोरोना वायरस महामारी पर जानकारी देते हुए मंगलवार को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की ओर से जानकारी दी गई कि ये फैसला लिया गया है कि अगले दो दिन राज्यों को COVID19 परीक्षण किटों का उपयोग ना करने के लिए कहा जाएगा, यदि इस टेस्ट किट के बैच में कुछ खराबी पायी जाती है तो कंपनी को किट बदलने के लिए कहा जाएगा.

टेस्टिंग में आ रहा है वेरिएशन

दरअसल सभी राज्यों को कोराने संक्रमण के मामलों की जांच करने के लिए Rapid Test Kits उपलब्ध करायी गई है. ये शिकायत मिली की इस किट के जरिए कोरोना के संक्रमण का सही सही पता लगा पाने में मुश्किल आ रही है. ये शिकायत मिलने के बाद इसके बारे में ICMR ने तीन राज्यों से जानकारी मांगी जिसके आधार पर पता चला कि RT-PCR + ve मामलों का पता लगाने में 6% से 71% तक वेरिएशन आ रहा है. इसको गंभीरता से लेते हुए ICMR ने फिलहाल सैंपल की जांच को रोकने का फैसला लिया है.

 

टेस्टिंग किटों की होगी जांच

ICMR की ओर से जानकारी दी गई कि अगले दो दिनों में ICMR के आठ इंस्टीट्यूटों की टीमें फील्ड में जाएंगी और जा कर कोराने की जांच में इस्तेमाल हो रही टेस्टिंग किटों की जांच करेंगी. अगल किट में कोई खामी पाई जाती है तो कंपनी को इन टेस्टिंग किटों का बैच बदलने के लिए कहा जाएगा.