भारतीयों में उद्यमी बनने का बढ़ रहा है क्रेज, बनाने लगे हैं इसे जीवन का मकसद
Bajaj India Life survey: सर्वे में पाया गया कि अपने जीवन के लक्ष्य के रूप में हर 10 भारतीय में 1 व्यक्ति उद्यमी बनने को शामिल करना चाहता है. यह वो लोग हैं जो जीवन में खुद का कुछ करने की चाहत रखते हैं
भारत में समय के साथ लोगों के जीवन का मकसद भी अब काफी बदल गया है. भारत में लोगों में उद्यमी बनने की चाहत बढ़ रही है. यह ट्रेंड हाल में किए गए एक सर्वे में निकलकर सामने आया है. सर्वे में पाया गया कि अपने जीवन के लक्ष्य के रूप में हर 10 भारतीय में 1 व्यक्ति उद्यमी बनने को शामिल करना चाहता है. यह वो लोग हैं जो जीवन में खुद का कुछ करने की चाहत रखते हैं और इसे जीवन का लक्ष्य बनाया है. यह रुझान हाल ही में बजाज आलियांज लाइफ की ओर से भारतीयों में जीवन लक्ष्य की तैयारी को ध्यान में रखते हुए कराए गए पहले ऐसे सर्वे में देखने को मिला.
इंडियाज लाइफ गोल्स प्रीपेयर्डनेस सर्वे 2019 नाम से कराए गए इस सर्वे रिपोर्ट को जारी करने के मौके पर बजाज लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी (MD & CEO) तरुण चुघ ने कहा कि आज लोगों की आकांक्षाएं काफी बदल गई हैं. उनके जीवन के लक्ष्य में परंपरागत लक्ष्य से अलग हटकर कुछ करने की महत्वाकांक्षा है. चुघ ने कहा कि हमने इस सर्वे में पाया कि खासकर जो आज का युवावर्ग है वह कल अपना एक उद्यम खड़ा करना चाहता है. इसके लिए वह उस हिसाब से तैयारी भी कर रहे हैं.
छह महीने चला सर्वे
बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंल ने एक अन्य एजेंसी Kantar IMRB के साथ मिलकर किया है. चुघ ने बताया कि इस सर्वे में 1681 लोगों को शामिल किया गया. रिपोर्ट इन लोगों से इंटरव्यू के आधार पर जारी की गई है. सर्वे में 13 मेट्रो शहरों, टियर 1 और उभरते टियर 2 शहरों में किए गए. इन शहरों में नई दिल्ली, लुधियाना, बरेली, कोलकाता, पटना, भुवनेश्वर, मुंबई, सूरत,अमरावती, चेन्नई, बैंगलुरु, मदुरई और गुंटूर शामिल हैं. यह सर्वे कुल छह महीने चला. इसमें 22 साल से लेकर 55 साल तक के लोगों को शामिल किया गया.
(रॉयटर्स)
सामाजिक काम करना भी है जीवन का लक्ष्य
सर्वे में यह भी पाया गया कि भारत में लोग सामाजिक काम करने को भी जीवन के लक्ष्य के रूप में तय कर रहे हैं. सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, हर पांच लोगों में एक ने समाज के लिए कुछ करने की ख्वाहिश को जीवन का लक्ष्य बनाने की बात कही. इन सामाजिक कार्यों के रूप में रोजगार के मौके प्रदान कराना, दूसरों के सपनों को पूरा करने में मदद करना और किसी को पढ़ाकर अपने ज्ञान को साझा करना शामिल है.