Atal Setu पर अब चलेगी एसी बस; BEST ने शुरू की सर्विस, ₹50 रुपए होगा किराया
Atal Setu BEST Bus Service: नागरिक परिवहन और बिजली प्रदाता बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (BEST) ने देश के सबसे लंबे समुद्री पुल अटल सेतु (Atal Setu) पर दक्षिण मुंबई और निकटवर्ती नवी मुंबई के बीच एक विशेष, वातानुकूलित बस सेवा शुरू की है.
Atal Setu BEST Bus Service: हाल ही में मुंबई में शुरू हुए अटल सेतु पर अब सेवा सर्विस को शुरू कर दिया गया है. ये देश का सबसे लंबा समुद्री पुल है और इस पर अब नागरिक बस सेवा का शुभारंभ कर दिया गया है. नागरिक परिवहन और बिजली प्रदाता बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (BEST) ने देश के सबसे लंबे समुद्री पुल अटल सेतु (Atal Setu) पर दक्षिण मुंबई और निकटवर्ती नवी मुंबई के बीच एक विशेष, वातानुकूलित बस सेवा शुरू की है. अटल सेतु का उद्घाटन दो महीने पहले किया गया था.
S-145 रूट नंबर से चलेगी बस
मुंबई शहर के संरक्षक मंत्री दीपक केसरकर ने बुधवार को कोलाबा में बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन (बेस्ट) मुख्यालय में इस सेवा का उद्घाटन किया. बेस्ट ने एक विज्ञप्ति में कहा कि रूट नंबर 'एस-145' पर विशेष बसें दक्षिण मुंबई में 'वर्ल्ड ट्रेड सेंटर' और नवी मुंबई में केंद्रीय व्यापार जिला (सीबीडी) बेलापुर के बीच रोजाना चलेंगी.
मिली जानकारी के मुताबिक, ये बस हर दिन चलेगी. हर दिन चार बसें चलेंगी. दो बस सीबीडी बेलापुर और 2 बस वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से चलेगी. बता दें कि ये बस सोमवार से शनिवार तक अटल सेतु पर चलेगी. पुल की लंबाई 22 किलोमीटर की है.
₹50 का न्यूनतम किराया
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस सेवा का उपयोग करने के लिए यात्रियों को न्यूनतम किराया 50 रुपये और अधिकतम 225 रुपये देना होगा. केसरकर ने परिवहन उपक्रम की छतों पर वायु शोधन प्रणाली से सुसज्जित बसों की भी शुरुआत की. विज्ञप्ति के अनुसार, पांच बेस्ट डिपो की कुल 300 बसों में वायु शोधन प्रणाली लगाई जा रही है. इनमें से 240 बसों में पहले ही यह प्रणाली लगाई जा चुकी है.
अटल सेतु की डीटेल्स
अटल सेतु लगभग 21.8 किमी लंबा और 6-लेन वाला है. ये 16.5 किमी लंबा समुद्र के ऊपर और लगभग 5.5 किमी जमीन पर बना है. यह भारत का सबसे लंबा पुल है, जो देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है. यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा में लगने वाले समय को भी कम करेगा. यह मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा.