अमित शाह ने गृहमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला, जानिए क्या होंगी उनकी प्राथमिकताएं
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया. वह कार्यभार संभालने के बाद अफसरों से भी मिले.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया. वह कार्यभार संभालने के बाद अफसरों से भी मिले. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुक्रवार को बांटे गए विभागों और मंत्रालयों के क्रम में उन्हें गृह मंत्री का पदभार सौंपा गया था. गृह मंत्री अमित शाह के कार्यभार संभालने के समय राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी और नित्यानंद राय भी मौजूद रहे. इसके बाद उन्होंने अफसरों संग बैठक भी की. अमित शाह ने 30 मई को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी.
अमित शाह ने अपनी प्राथमिकताओं के बारे में कहा कि वह देश की सुरक्षा और देशवासियों का कल्याण के लिए काम करेंगे. अमित शाह ने पदभार ग्रहण करने के बाद ट्वीट कर कहा, 'आज भारत के गृह मंत्री के रूप में पदभार संभाला. मुझ पर विश्वास प्रकट करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूं. देश की सुरक्षा और देशवासियों का कल्याण मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, मोदी जी के नेतृत्व मैं इसको पूर्ण करने का हर सम्भव प्रयास करूंगा.'
अमित शाह की आगवानी नार्थ ब्लॉक स्थित गृह मंत्रालय में केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों ने की. गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी और नित्यानंद राय ने भी आज पदभार ग्रहण किया. सन् 2002 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब अमित शाह उनके मंत्रिमंडल में गृह मंत्री के रूप में शामिल हुए थे. बीजेपी के संकल्पपत्र को संघीय व्यवस्था में लागू करना, गृहमंत्री अमित शाह के सामने ज्यादा बड़ी चुनौती होगी.
राम मंदिर का मुद्दा पिछले कई चुनावों से बीजेपी के घोषणा-पत्र में शामिल है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले पर मध्यस्थों को 15 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है. बीजेपी के बहुमत के बावजूद एनडीए के सहयोगी दलों में इस बारे में असहमति होने पर, गृह मंत्री अमित शाह के सामने न्यायिक और राजनैतिक दोनों तरह की चुनौतियां रहेंगी. इसके अलावा अनुच्छेद-370 और धारा-35-ए को खत्म करने और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर या एनआरसी को लागू करने जैसे मुद्दे भी उनके लिए किसी अग्नि परीक्षा की तरह होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में अमित शाह के पास बीजेपी संगठन की जिम्मेदारी थी. राजनाथ सिंह को पिछली सरकार में गृह मंत्रायल की जिम्मेदारी मिली थी. इस बार प्रधानमंत्री ने राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्रालय, पीयूष गोयल को रेलवे मंत्रालय, डॉ.एस जयशंकर को विदेश मंत्रालय और निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है.