जैसे-जैसे भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) अपने पैर पसार रहा है, मास्क और हाथ साफ करने के लए सैनिटाइजर की मांग भी बढ़ रही है. मास्क और सैनिटाइजर की बढ़ती मांग को देखते हुए इनकी कीमतों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है. बाजार में इनकी किल्लत हो गई है और इसी किल्लत का फायदा उठाते हुए इनकी कालाबाजारी भी शुरू हो गई है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली के मेडिकल स्टोर्स में मास्क (Face Mask) और हैंड्स सैनिटाइजर (Hand Sanitizer) खरीदने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है. बढ़ती हलचल से जहां एक ओर कई मेडिकल स्टोर में इसकी कमी देखनों को मिल रही है, तो वहीं कुछ स्टोर्स ने इनके दाम बढ़ा दिए हैं. दिल्ली में जो मास्क या सैनिटाइजर पहले 150 रुपये में मिलता था, वह अब 250 रुपये तक का मिल रहा है.

कई क्षेत्रों में स्थित दवा की दुकानों में सैनिटाइजर और मास्क का भंडार खत्म हो गया है और पिछले कुछ दिन में इन वस्तुओं की मांग में इजाफे के कारण उत्पादक दुकानों में आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं. जिन दुकानों में मास्क उपलब्ध हैं वे दोगुने दाम पर बेच रहे हैं. 

एक दुकानदार ने बताया कि पिछले दो महीने में हैंड सैनिटाइजर और मास्क की मांग सामान्य थी लेकिन जब से दिल्ली में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आया है, इन वस्तुओं की मांग में बेतहाशा इजाफा हुआ है.है.

साधारण तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले ब्रांड जैसे डिटोल और हिमालया के सैनिटाइजर बहुत सी दुकानों पर उपलब्ध नहीं हैं.

255 फीसदी बढ़ी सैनिटाइजर की बिक्री

रिटेल रिसर्च कंपनी कैनटर की एक रिपोर्ट से पता चला है कि इस साल हैंड सैनिटाइजर की बिक्री 255 फीसदी बढ़ी है. लिक्विड सोप की बिक्री सात फीसदी बढ़ी है और घरेलू सफाई उत्पादों की बिक्री में 10 फीसदी का इजाफा हुआ है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

पांच दुकानों के लाइसेंस रद्द

इस बीच उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में तय मूल्य से अधिक कीमत पर सैनिटाइजर और मास्क बेचने के आरोप में पांच दवा दुकानों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए. जिलाधिकारी के निर्देश पर अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट (एसीएम) के नेतृत्व में छापेमारी की गई. जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि एसीएम स्वयं दुकानों पर सैनिटाइजर और मास्क खरीदने गए और उन्होंने पाया कि कुछ दुकानदार इनकी अधिक कीमत वसूल रहे हैं और बिल भी नहीं दे रहे हैं. ऐसी पांच दुकानों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं.