Amarnath Yatra 2022: श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) ने बताया कि तीर्थयात्रियों के लिए अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन मोड के माध्यम से रजिस्ट्रेशन अप्रैल से शुरू होगी. बोर्ड ने बताया कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में तीर्थ यात्रा के दौरान वाहनों की आवाजाही के लिए RFID आधारित ट्रैकिंग की जाएगी.

हर दिन होगा 20,000 रजिस्ट्रेशन

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एडिशनल सीईओ एसएएसबी राहुल सिंह ने जम्मू संभागीय आयुक्त राघव लैंगर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान व्यवस्था की समीक्षा की. सिंह ने बताया कि आगामी यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अप्रैल 2022 के महीने में 20,000 यात्री प्रति दिन की सीमा के साथ शुरू होगा.

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उन्होंने कहा कि यात्रा के दिनों में निर्धारित काउंटरों पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी किए जाएंगे. 

क्या है इस बार की तैयारी

सिंह ने कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, बोर्ड ने इस साल की तीर्थ यात्रा के दौरान वाहनों और तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) का उपयोग करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी टैग कार्ड जारी किए जाएंगे.

इस साल ज्यादा हो सकती है यात्रियों की संख्या

अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मार्ग में पर्याप्त संख्या में शौचालय, वाटर कूलर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. कोविड-19 महामारी के कारण, 2020 और 2021 में अमरनाथ यात्रा प्रतीकात्मक आधार पर आयोजित की गई थी. इसलिए उम्मीद की जा रही है पिछले वर्षों की तुलना में इस बार तीर्थयात्रियों की संख्या अधिक हो सकती है.

संभागायुक्त ने उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में आवास क्षमता बढ़ाने, जगह खाली रखने का निर्देश दिया है. उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में लंगर और भक्तों के आवास, वाहनों के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने के लिए निर्देशित किया गया था.

इसके साथ ही लैंगर स्थलों पर सीसीटीवी, लाइटिंग और जेनसेट की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है. उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि वे सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए पहले से ही तैयारियां शुरू करें.