दिल्ली का मशहूर सेंटूर होटल जल्द इतिहास के पन्नों में दफन हो जाएगा. 37 साल बाद होटल का नामो-निशां दिल्ली से मिट जाएगा. साल 1982 में एशियाड खेलों के लिए बनाया गया सेंटूर होटल अब बंद होने जा रहा है. एयर इंडिया के मालिकाना हक वाला ये होटल अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के हवाले किया जाएगा. दरअसल, इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एक्सपेंशन प्लान के मुताबिक, होटल को तोड़कर एयरपोर्ट पर फ्लाइट का पार्किंग-बे बनाया जाएगा.

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अक्टूबर तक खाली करना होगा होटल

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के मुताबिक, एक्सपेंशन का काम अक्टूबर 2019 से शुरू होगा. होटल को खाली करने के लिए 31 अक्टूबर तक का वक्त दिया गया है. आदेश के मुताबिक, अक्टूबर 2019 तक सभी एम्प्लाइज को होटल छोड़ना होगा. 31 अक्टूबर 2019 तक पूरी तरह से सेंटूर होटल खाली करना होगा. 30 नवंबर तक सेंटूर होटल को एयर पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंपना होगा.

टर्मिनल-3 के विस्तार के लिए तोड़ा जाएगा होटल

दरअसल, एयरपोर्ट अथॉरिटी को टर्मिनल-3 के विस्तार के लिए एयरपोर्ट में फ्लाइट्स की पार्किंग के लिए बे की जरूरत होगी. होटल सेंटूर पूरी तरह से एयरपोर्ट के हिस्से से सटा है. ऐसे में होटल सेंटूर को तोड़ा जाएगा. एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, सेंटूर होटल वाली साइट की जरूरत पार्किंग-बे बनाए जाने के लिए पड़ेगी. 

एयर इंडिया करती है संचालन

फिलहाल, इस मशहूर होटल का संचालन एयर इंडिया करती है. इसमें 376 कमरे हैं और बेहद खूबसूरत इंटीरियर. अच्छे रखरखाव के अभाव में होटल की खूबसूरती फीकी पड़ गई है. प्राइम लोकेशन पर होने के बावजूद लोग दिल्ली और गुड़गांव के अन्य होटलों में जाना पसंद करते हैं. हालांकि, एयर इंडिया सेंटूर के तोड़े जाने के बाद अलग से होटल की डिमांड कर सकती है. इसके लिए एयर इंडिया को 4,608 एकड़ जमीन की जरूरत होगी.

होटल को हैंडओवर करने के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं. बता दें, सेंटूर होटल को 1982 में एशियाड गेम्स  के लिए टर्मिनल-2 से साथ तैयार किया गया था. एविएशन मंत्रालय के निर्देशानुसार, 30 नवंबर तक होटल पूरी तरह एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंप दिया जाएगा. 31 अक्टूबर तक स्टाफ को भी होटल खाली करना है. दिल्ली के अलावा एयर इंडिया श्रीनगर में भी होटल सेंटूर को ऑपरेट करती है.