Cyber Frauds: आजकल AI(Artificial Intelligence) ने हमारा काम काफी आसान बना दिया है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से आप खुद के लिए एक  वेबसाइट बना सकते हैं. इतना ही नहीं आपको कोई भी कोर्स करना हो या किसी विषय में जानकारी चाहिए तो हर जगह AI आपकी मदद करेगा. एआई की मदद से आप अपनी वेबसाइट के लिए बिजनेस लोगो, डिजिटल विजुअल प्रोडक्ट्स भी तैयार कर सकते हैं. इसके कई फायदे हैं लेकिन इसके साथ-साथ अब इसके नुकसान भी देखने को मिल रहे हैं. इसके जरिए नए-नए तरीके से फ्रॉड किए जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं क्या है नया तरीका.

जानें फ्रॉड का नया तरीका हाल के दिनों में एट्रिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कई फ्रॉड के मामले सामने आये हैं. जिसमें इस पोस्ट को लाइक करें और पैसे कमाए, पार्ट टाइम जॉब और अन्य तरह के ठगी के तरीके अपनाए जा रहे हैं. इसमें लोगों को पार्ट टाइम जॉब के लिए काफी ज्यादा पैसे कमाने का लालच दिया जा रहा है.  मौजूदा समय में नागरिकों को ध्यान में रखते हुए और एक नए तरीके का फ्रॉड सामने आया है जिसका नाम है वॉइस क्लोनिंग फ्रॉड(Voice calling fraud). जानें क्या है Voice calling Fraud इस तरह के फ्रॉड में जालसाज artificial intelligence की मदद से आपके रिश्तेदार या दोस्तों की आवाज में आपको कॉल करेंगे और पैसे और आपके पर्सनल जानकारी मांगेंगे. आपको लगेगा कि आपके रिश्तेदारों और दोस्तों ने ही कॉल कर मदद की मांग की है. क्योंकि इस फोन कॉल में artificial intelligence की मदद से आवाज की हूबहू कॉपी की जा रही है. ये हैं बचने के तरीके अगर आपके पास आपके किसी भी रिश्तेदार या दोस्तों के कॉल पैसे की मदद के लिए आए तो आप सबसे पहले अपने नंबर से कॉल कर इस बात को कंफर्म करें. अगर आप बिना कॉल किए किसी को भी पैसे भेजते हैं तो आप फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं और हो सकता है आपकी सारी जानकारी जालसाज के पास चली जा. सरकार ने लोगों को किया सतर्क इसको लेकर सरकार लगातार लोगों को सतर्क कर रही है. इसको लेकर साइबर दोस्त ने एक ट्वीट भी किया है. जिसमें लोगों को इस तरह के फ्रॉड को लेकर सतर्क किया है. उत्तराखंड के IPS अशोक कुमार ने लोगों को बताया कि साइबर ठग फोन पर बात करने के दौरान AI के माध्यम से आवाज की हूबहू कॉपी करते हैं. ध्यान रखें! इस तरह का फोन आए तो कॉल काट के खुद फोन लगाइए और अगर उस पर निजी जानकारी या पैसे मांगें जाए तो पहले पहचान की पुष्टि ज़रूर करें. किसी के बहकावे में और इसकी शिकायत अपने नजदीकी थाने या साइबर सेल में करें. गलती से फ्रॉड होने पर करें शिकायत अगर आप गलती से अगर फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो नजदीकी साइबर सेल या 1930 पर जानकारी दें.