Fact Check: Agnipath scheme को लेकर झूठे दावे फैलाने वाले इस वीडियो से सावधान, सरकार ने किया अलर्ट
Agnipath scheme Fact Check: कई ऐसे मैसेज और वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें इस स्कीम को लेकर लोगों के बीच गलत चीजें पेश की जा रही है.
Agnipath scheme Fact Check: देशभर में 'अग्निपथ स्कीम' का विरोध किया जा रहा है. सरकार के इस स्कीम से युवा का एक बड़ा वर्ग खुश दिखाई नहीं पड़ रहा है. देश के अलग-अलग राज्यों में लगातार युवाएं तोड़-फोड़ कर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कई ऐसे मैसेज और वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें इस स्कीम को लेकर लोगों के बीच गलत चीजें पेश की जा रही है.
पीआईबी (PIB Fact Check) समय-समय पर वायरल मैसेज का फैक्ट चेक (Fact Check) करता रहता है. इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कहा जा रहा है कि आने वाले समय में अग्निपथ के तहत होने वाली आर्मी भर्ती किसी प्राइवेट एजेंसी के द्वारा की जाएगी. इसको लेकर पीआईबी (PIB Fact Check) ने एक ट्वीट शेयर किया है.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
वायरल वीडियो की ये है सच्चाई
इस वीडियो को फर्जी बताते हुए फैक्ट चैक ने बताया कि भारत सरकार द्वारा अग्निपथ के तहत होने वाली आर्मी भर्ती किसी प्राइवेट एजेंसी के द्वारा किए जाने की कोई घोषणा नहीं की गई है. लिहाजा सोशल मीडिया पर जारी किया गया यह वीडियो पूरी तरह से फेक है. सरकार ने लोगों से इस तरह के झूठे वीडियो को बढ़ावा देने के लिए मना किया है.
'अग्निपथ स्कीम' से मिलेंगे ये फायदे
इसके अलावा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आधिकारिक ट्वीटर से भी इस स्कीम से मिलने वाले फायदों को लेकर लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अग्निपथ स्कीम को लेकर जो लोग पूछ रहे हैं कि 4 साल बाद अग्निवीर क्या करेंगे. उनके लिए जवाब यह है कि चार साल की सेना की नौकरी के बाद अग्निवीरों को पुलिस के सहयोगी बलों में प्राथमिकता दी जाएगी.