Fake Input tax Credit Racket: मुंबई जोन के नवी मुंबई सीजीएसटी (CGST)  कमिश्नरेट के अधिकारियों ने 70 करोड़ रुपए के जीएसटी से जुड़े एक नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस नेटवर्क में 14 से ज्यादा व्यवसायिक संस्थाएं शामिल हैं. इन संस्थाओं ने बिना किसी माल आपूर्ति के 385 करोड़ रुपए से ज्यादा के फर्जी चालान जारी किए गए थे. ये नेटवर्क मुंबई, नवी मुंबई, रायगढ़, ठाणे, पुणे और नागपुर तक फैला है. इस मांमले में दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया गया है. 

इन 2 बिजनेसमैन को किया गिरफ्तार

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बता दें कि मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने जिन 2 व्यापारियों को गिरफ्तार किया है, उसमें से एक मैसर्स ओमनीपोटेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड का निदेशक है और दूसरा श्री बिटुमैक्स ट्रेडिंग का मालिक है. दोनों संस्थाएं बिटुमेन, डामर, ऑयल शेल और टार सैंड का बिजनेस का करती हैं और इन दोनों कंपनियों ने क्रमश: 20.75 करोड़ रुपए और 11.31 करोड़ रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) की धोखाधड़ी की है. 

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4 महीने चला ये सर्च ऑपरेशन 

यह ऑपरेशन सीजीएसटी मुंबई जोन की ओर से शुरू किए गए विशेष कर चोरी विरोधी अभियान का एक हिस्सा है. इसमें, अधिकारियों का एक प्रशिक्षित समूह नकली आईटीसी नेटवर्क और कर चोरी के संभावित मामलों की पहचान करने के लिए डाटा एनालिटिक्स और नेटवर्क विश्लेषण टूल का उपयोग कर रहा है. इस चार महीने पुराने अभियान के दौरान 500 से अधिक कर चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 4550 करोड़ रुपये की कर चोरी का पता चला है और 600 करोड़ रुपये का कर वसूल किया है.

टैक्स अधिकारियों ने यहां भी मारा छापा

3 जनवरी को ठाणे के टैक्स अधिकारियों ने 22 करोड़ रुपये के नकली आईटीसी नेटवर्क चलाने के आरोप में एक पिता-पुत्र की जोड़ी को गिरफ्तार किया था. वहीं 5 जनवरी को मुंबई सेंट्रल कमिश्नरी के अधिकारियों ने एक लकड़ी व्यापारी, मैसर्स नूर टिम्बर के मालिक को गैर-मौजूदा संस्थाओं से 5.47 करोड़ रुपये के नकली आईटीसी का लाभ उठाने के आरोप में गिरफ्तार किया था.