Union Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) बुधवार को संसद में आम बजट पेश कर रही हैं. इस दौरान उन्होंने देश के सभी तबकों के लिए बड़े ऐलान किए हैं. वित्त मंत्री ने रेलवे, एग्रीकल्चर, जॉब्स समेत कई सेक्टर्स को राहत दी है. इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि देश का राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 2024 में 5.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. वित्त मंत्री ने कहा कि FY23 वित्तीय घाटा 6.4% हो सकता है. 

45 लाख करोड़ खर्च का अनुमान

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी बजट स्पीच में कहा कि FY24 में कुल ₹ 45 लाख करोड़ खर्च का अनुमान है. वहीं सरकार FY24 में ₹11.8 लाख करोड़ की उधारी का लक्ष्य रखा है.

GDP को लेकर क्या है अनुमान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि राजकोषीय घाटे को वित्त वर्ष 2025-26 तक कम करके 4.5 प्रतिशत से नीचे लाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि बजट में अगले वित्त वर्ष के लिए कर प्राप्तियों को 23.3 लाख करोड़ रुपये पर रखा गया है. इसके अलावा राज्यों को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 3.5 प्रतिशत तक राजकोषीय घाटे की अनुमति होगी. 

लोकसभा में 2023-24 के लिए आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे की भरपाई करने के लिए, दिनांकित प्रतिभूतियों से शुद्ध बाजार कर्ज 11.8 लाख करोड़ रुपये अनुमानित है. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए संशोधित अनुमान में वित्त मंत्री ने राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 6.4 प्रतिशत रखा है. 

हालांकि, अगले वित्त वष के लिए इसे घटाकर 5.9 प्रतिशत कर दिया है. चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार ने इसे जीडीपी के 6.4 प्रतिशत पर रखा था. चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा 16,61,196 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें