Union Budget 2023: आज सदन में देश का बजट पेश किया गया. इस दौरान कई बड़े ऐलान किए गए. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट भाषण में कहा कि राजकोषीय घाटे (fiscal deficit) को वित्त वर्ष 2025-26 तक कम करके 4.5 प्रतिशत से नीचे लाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि बजट में अगले वित्त वर्ष के लिए टैक्स प्राप्तियों को 23.3 लाख करोड़ रुपये पर रखा गया है.

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जानें क्या हुआ बदलाव

केंद्रीय बजट 2023-24 के प्रावधानों के अनुसार बीमा पॉलिसियां, जहां प्रीमियम 5 लाख रुपये से अधिक है,अब कर मुक्त नहीं होंगी. राजकोषीय घाटे (Fiscal Deficit) को वित्त वर्ष 2025-26 तक कम करके 4.5 प्रतिशत से नीचे लाया जाएगा. केंद्रीय बजट 2023-24 के प्रावधानों के अनुसार बीमा पॉलिसियां, जहां प्रीमियम 5 लाख रुपये से अधिक है, अब कर मुक्त नहीं होंगी. आय जहां 5 लाख रुपये से अधिक का प्रीमियम है, उस पर कर छूट नहीं होगी. उस पर कोई टैक्स बेनिफिट्स नहीं मिलेगा. आम आदमी ने जितनी उम्मीद की थी उससे ज्यादा मिला. सरकार ने 2023-24 में पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) को 33 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया गया है. यह सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 3.3 प्रतिशत होगा. राजकोषीय घाटे (Fiscal Deficit) को वित्त वर्ष 2025-26 तक कम करके 4.5 प्रतिशत से नीचे लाया जाएगा.

इंश्योरेंस को लेकर नहीं मिलेंगे कई बेनिफिट्स

सेक्शन 80c के बेनिफिट्स नहीं मिलेंगे. पहले आम आदमी लाइफ इंश्योरेंस लेकर लेकर 1.5 लाख तक का क्लेम कर लेता था. लेकिन अब वैसे कोई बेनिफिट्स नहीं मिलेंगे. इसके साथ ही  न्यू टैक्स रिजीम में 15.5 लाख रुपये और उससे ज्यादा के लिए 52,500 रुपये तक स्टैंडर्ड डिडक्शन दिया गया है. अधिकतम सरचार्ज रेट 37 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया गया है.