Tobacco Price: सामाजिक क्षेत्रों में काम कर रहे गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आगामी बजट में महिलाओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सभी तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ाने का अनुरोध किया है. महिला और बाल कल्याण के लिए काम कर रहे विभिन्न संगठनों ने 2023-24 के आम बजट से पहले वित्त मंत्री को इस बारे में पत्र लिखा है. बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण एक फरवरी को अगले वित्त वर्ष का बजट पेश करेंगी.

महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ेगा सकारात्मक असर

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महिला एवं बाल अधिकार संगठन (WCRO) गठबंधन की संयोजक अधिवक्ता वर्षा देशपांडे ने पत्र में टैक्स बढ़ाने की अपील किया है. उन्होंने पत्र में कहा कि टैक्स बढ़ाने से तंबाकू उत्पाद महंगे हो जाएंगे. इससे महिलाएं और युवतियां तंबाकू उत्पादों के सेवन को लेकर हतोत्साहित होंगी. नतीजतन, उन्हें तंबाकू से संबंधित बीमारियों और कैंसर के कारण जीवन भर की पीड़ा और दुख से बचाया जा सकेगा.

क्या है WCRO?

WCRO समुदाय आधारित संगठनों का एक गठबंधन है. यह देश के आठ राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पश्चिम बंगाल तथा पुडुचेरी और चंडीगढ़ जैसे केंद्र शासित प्रदेशों में तंबाकू नियंत्रण सहित महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और भलाई के लिए काम कर रहा है.

मिलने वाले टैक्स का होगा सही इस्तेमाल

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में महिला बीड़ी श्रमिकों और उनके बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका के लिए काम कर रहे नारी चेतना फाउंडेशन की मुन्नी बेगम ने लिखा है कि तंबाकू उत्पादों पर बढ़े हुए टैक्स से मिलने वाले रेवेन्यू का इस्तेमाल महिलाओं, बच्चों और खासकर महिला बीड़ी श्रमिकों के कल्याण के लिए किया जा सकता है.

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तंबाकू से सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ता है

इन संगठनों ने पत्र में देश और विदेश में किए गए कई रिसर्च का हवाला देते हुए कहा है कि महिलाओं द्वारा किसी भी तरह से तंबाकू का सेवन प्रजनन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. साथ ही गर्भावस्था के परिणाम को प्रभावित करता है. तंबाकू के उपयोग और सिगरेट से निकलने वाली धुएं के संपर्क में आने से सर्वाइकल कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ता है.