Kharif production: देश में फसल वर्ष 2022-23 में खरीफ फसल के उत्पादन में कमी होने का अनुमान लगाया जा रहा है. ओरिगो कमोडिटीज के ताजा उत्पादन अनुमान के मुताबिक 2022-23 में कुल खरीफ उत्पादन 640.42 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है जो कि पिछले साल से 2 फीसदी कम है. 2021-22 में कुल खरीफ उत्पादन 653.59 मिलियन मीट्रिक टन था. ओरिगो कमोडिटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजीव यादव के मुताबिक ओरिगो कमोडिटीज ने अपनी स्थापना के बाद पहली बार खरीफ उत्पादन अनुमान जारी किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमने फसल वर्ष 2022-23 के लिए खरीफ फसल के उत्पादन के वास्तविक आंकड़ों को सामने लाने का प्रयास किया है, ताकि सभी के सामने वास्तविक वस्तुस्थिति आ सके. 

रकबे में भी आई गिरावट

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राजीव यादव का कहना है कि मुख्य रूप से धान, मूंगफली, कैस्टर, गन्ना और जूट के रकबे में कमी की वजह से कुल खरीफ उत्पादन में कमी होने का अनुमान है, साथ ही यील्ड घटने का भी नकारात्मक असर उत्पादन पर पड़ा है. राजीव यादव कहते हैं कि ओरिगो कमोडिटीज नवंबर 2022 में खरीफ फसल के उत्पादन के आखिरी अनुमान को जारी करेगा.

कॉटन  उत्पादन 34.2 मीट्रिक टन रहने का अनुमान   

ओरिगो ई-मंडी के असिस्टेंट जनरल मैनेजर (कमोडिटी रिसर्च) तरुण तत्संगी के मुताबिक 2022-23 में कॉटन का उत्पादन सालाना आधार पर 8.5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 34.2 मिलियन मीट्रिक गांठ (1 गांठ=170 किलोग्राम) होने का अनुमान है, जबकि 2021-22 में उत्पादन 31.5 मिलियन गांठ था. उनका कहना है कि कपास की बुआई पिछले साल की तुलना में 1.8 फीसदी ज्यादा रहने का अनुमान है, जबकि इस साल प्रमुख कपास उत्पादक राज्यों में अनुकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए पिछले साल की तुलना में उपज (यील्ड) में 6.6 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद है. 

सोयाबीन उत्पादन 12.48 मीट्रिक टन का अनुमान

तरुण तत्संगी का कहना है कि सोयाबीन के उत्पादन अनुमान का जहां तक सवाल है तो 2022-23 में सोयाबीन उत्पादन सालाना आधार पर 4.5 फीसदी बढ़कर 12.48 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जबकि 2021-22 में सोयाबीन का उत्पादन 11.95 मिलियन मीट्रिक टन हुआ था. हालांकि सोयाबीन की बुआई पिछले साल के बराबर ही है लेकिन यील्ड बढ़ने की वजह से उत्पादन ज्यादा हो सकता है.

मक्का उत्पादन 21.95 मीट्रिक टन का अनुमान

ओरिगो ई-मंडी के सीनियर मैनेजर (कमोडिटी रिसर्च) इंद्रजीत पॉल के मुताबिक 2022-23 में मक्का उत्पादन सालाना आधार पर 1 फीसदी बढ़कर 21.95 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जबकि 2021-22 में उत्पादन 21.77 मिलियन मीट्रिक टन था. वहीं धान की बात करें तो उसके उत्पादन में गिरावट की आशंका जताई गई है. 

धान उत्पादन में 13 फीसदी गिरावट का अनुमान

ओरिगो कमोडिटीज के उत्पादन अनुमान के मुताबिक 2022-23 में धान का उत्पादन सालाना आधार पर 13 फीसदी की गिरावट के साथ 96.7 मिलियन मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जबकि 2021-22 में धान का उत्पादन 111.17 मिलियन मीट्रिक टन हुआ था. धान के रकबे में पिछले साल की तुलना में करीब 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.  उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार में बारिश कमजोर रहने की वजह से धान की फसल पर नकारात्मक असर पड़ा है.