SMS पर फ्रॉड को लेकर सरकार का सख्त एक्शन, TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को दिया ये निर्देश
TRAI ने टेलीकॉम ऑपरेटरों को DLT प्लेटफॉर्म पर सभी रजिस्टर्ड हेडर और मैसेज टेम्प्लेट को फिर से वेरिफ़ाई (Re Verification) करने को कहा है.
TRAI Guidelines: दूरसंचार विभाग (DoT) हेडर और मैसेज टेम्पलेट्स के मिसयूज के साथ-साथ साइबर-धोखाधड़ी के लिए उपयोग किए जाने वाले तौर-तरीकों को रोकने के लिए बड़ा कदम उठा रहा है. TRAI ने टेलीकॉम ऑपरेटरों को Distributed Ledger Technology (DLT) प्लेटफॉर्म पर सभी रजिस्टर्ड हेडर और मैसेज टेम्प्लेट को फिर से वेरिफ़ाई (Re Verification) करने को कहा है. इसके साथ ही सभी अनवेरफाई हेडर को 30 दिनों और मैसेज टेम्प्लेट को 60 दिनों के अंदर ब्लॉक करने का निर्देश दिया है.
इसके साथ ही मोबाइल कंपनियों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि, दिए गए समय के तुरंत बाद टेम्परेरी हेडर (temporary headers) को डीएक्टिवेट कर दिया जाए.
सरकार की कड़ी कार्रवाई
DoT ने AI/ML (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग) पर एनालिसिस किया जिसमें, डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (DLT) प्लेटफॉर्म के माध्यम से SMS भेजने वाली संस्थाएं हेडर और मैसेज टेम्पलेट पर सरकार ने 20000PEs पर कार्रवाई करते हुए 30000 हेडर और 1.97 लाख टेम्पलेट को हटा दिया है.
मोबाइल कंपनियों के लिए दिशा-निर्देश
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 28000 से ज्यादा हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट के दुरुपयोग के मामले सामने आए हैं. मोबाइल कंपनियों को हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट को ब्लैकलिस्ट करके दुरुपयोग के खिलाफ कार्रवाई करना अनिवार्य है. बार-बार घटनाएं इसी तरह के केस होने पर, मोबाइल कंपनियां पब्लिक एनटिटी (PEs) या टेलीमार्केटर को ब्लैकलिस्ट में डाल देती हैं.
अब तक लाखों हेडर और टेम्प्लेट हुए डीएक्टिवेट
2019 से, 20 से ज्यादा टेलीमार्केटर्स, लगभग 500 PEs, 3000 से ज्यादा SMS फ़िशिंग भेजने के लिए हेडर और 40000 से ज्यादा कंटेंट टेम्पलेट्स को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है. इसके अलावा, मोबाइल कंपनियों ने TRAI के निर्देशों का पालन करते हुए, लगभग 4 लाख हेडर और 11 लाख से ज्यादा कंटेंट टेम्प्लेट को टेम्परेरी डीएक्टिवेट कर दिया है.