Retail inflation in September: 12 अक्टूबर यानी बुधवार को खुदरा महंगाई का डेटा आने वाला है. सरकार और रिजर्व बैंक के लिए यह डेटा  काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. रॉयटर्स की सर्वे के मुताबिक, सितंबर महीने में रिटेल इंफ्लेशन रेट 7.30 फीसदी रह सकता है. यह पांच महीने का उच्चतम स्तर होगा. फूड की कीमत में तेजी के कारण सितंबर में महंगाई बढ़ सकती है. रिजर्व बैंक ने महंगाई के लिए अधिकतम 6 फीसदी का दायरा रखा है. यह लगातार नौवां महीना होगा जब महंगाई इस दायरे से बाहर होगी.

महंगाई के पीछे कई कारण

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महंगाई बढ़ने के पीछे कई कारण हैं. इस साल मॉनसून थोड़ा कमजोर रहा. हालांकि, अब बारिश हो रही है. इसके अलावा रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण सप्लाई साइड की समस्या बनी हुई है. फूड इंफ्लेशन लगातार हाई है. सब्जियों और साग के दाम इस समय करीब दो सालों के उच्चतम स्तर है. फूड इंफ्लेशन में इनका बड़ा योगदान है.

7.30 फीसदी रह सकती है महंगाई

रॉयटर्स की तरफ से 3-7 अक्टूबर के बीच यह सर्वे किया गया था. इस सर्वे में 47 इकोनॉमिस्ट शामिल हुए थे. इस सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर में महंगाई दर 7.30 फीसदी रह सकती है जो अगस्त महीने में 7 फीसदी थी. अगर यह नंबर सटीक होता है तो मई के बाद महंगाई का उच्चतम स्तर होगा.

रुपए पर अगले छह महीने तक रहेगा दबाव

रॉयटर्स की तरफ से एक और सर्वे किया गया. इस सर्वे के मुताबिक, अगले छह महीने तक रुपए पर दबाव बना रहेगा. इस समय डॉलर के मुकाबले रुपया 82.30 के स्तर पर है. 2 नवंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व इंट्रेस्ट रेट को लेकर फैसला लेगा. माना जा रहा है कि वह फिर से 75 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी करेगा. दिसंबर में रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक होगी. माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक भी 35-50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी कर सकता है.