पाकिस्तान और म्यांमार को भी चलाता था RBI, जानें रिजर्व बैंक से जुड़े ऐसे ही 13 रोचक Facts
रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बदलाव के आधार पर ही कमर्शियल बैंक सभी तरह के लोन के लिए इंटरेस्ट रेट तय करते हैं. आरबीआई करेंसी सिस्टम को भी ऑपरेट करता है.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश के बैंकिंग सिस्टम को रेग्युलेट करता है. रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बदलाव के आधार पर ही कमर्शियल बैंक सभी तरह के लोन के लिए इंटरेस्ट रेट तय करते हैं. आरबीआई करेंसी सिस्टम को भी ऑपरेट करता है. इसके अलावा, आरबीआई बैंकिंग से जुड़े अन्य दूसरे कामों का संचालन करता है. यही वजह है कि रिजर्व बैंक को ‘बैंकों का बैंक’ कहा जाता है. खास बात यह है कि आरबीआई भारत के अलावा पाकिस्तान और म्यांमार का भी सेंट्रल बैंक रहा है. हम आपको आरबीआई से जुड़े 13 रोचक ऐसे फैक्ट्स बता रहे हैं, जो शायद आप न जानते हों...
1. मोहर से प्रेरित है आरबीआई का लोगो
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का जो लोगो है वह ईस्ट इंडिया कंपनी की डबल मोहर से प्रेरित था, जिसमें थोड़ा-सा बदलाव किया गया है.
2. पहले एक निजी संस्था, अब सरकारी
रिजर्व बैंक का गठन एक निजी संस्था के रूप में 1 अप्रैल, 1935 को किया गया था, लेकिन अब यह एक सरकारी संस्था है. इस केंद्रीय बैंक का राष्ट्रीयकरण साल 1949 तक नहीं हो सका था.
3. फाइनेंशियल ईयर 1 जुलाई से 30 जून
भारत में फाइनेंशियल ईयर 1 अप्रैल से 31 मार्च तक होता है, जबकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का फाइनेंशियल ईयर 1 जुलाई से शुरू होकर अगले साल 30 जून को खत्म होता है.
4. सिर्फ बैंक नोट छापता है आरबीआई
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सिर्फ बैंक नोटों की छपाई करता है. जबकि, सिक्कों को बनाने का काम भारत सरकार करती है और करंसी नोट यानी 1 रुपए के नोट की छपाई भी भारत सरकार ही करती है.
5. उडेशी बनी पहली महिला डिप्टी गवर्नर
केजे उडेशी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की पहली महिला डिप्टी गवर्नर बनीं. उन्हें साल 2003 में इस पद पर नियुक्त किया गया था.
6. 5 और 10 हजार के नोट भी छापे
रिजर्व बैंक ने 5,000 और 10,000 रुपए मूल्य वर्ग के नोटों की छपाई साल 1938 में की थी. इसके बाद 1954 और 1978 में भी इन नोटों की छपाई की गई थी.
7. पाकिस्तान और म्यांमार का भी था सेंट्रल बैंक
भारत के अलावा रिजर्व बैंक दो अन्य देशों पाकिस्तान और म्यांमार के सेंट्रल बैंक के रूप में अपनी भूमिका निभा चुका है. आरबीआई ने जुलाई 1948 तक पाकिस्तान और अप्रैल 1947 तक म्यांमार (बर्मा) के सेंट्रल बैंक के रूप में काम किया.
8. हिल्टन यंग कमिशन के आधार पर हुई स्थापना
भारत में केंद्रीय बैंक यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की स्थापना हिल्टन यंग कमिशन की रिपोर्ट के आधार पर की गई थी.
9. आरबीआई में श्रेणी 2 के नहीं हैं कर्मचारी
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में द्वितीय श्रेणी के कर्मचारी नहीं हैं. इसमें 17 हजार श्रेणी-1, श्रेणी-3 और श्रेणी-4 के कर्मचारी कार्यरत हैं.
10. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह रह चुके हैं गवर्नर
मनमोहन सिंह अकेले ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं, जो कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के पद पर कार्य कर चुके हैं. सिंह ने आरबीआई के गवर्नर के पद पर 1982-1985 तक कार्य किया.
11. देशमुख आरबीआई के पहले भारतीय गवर्नर
सीडी देशमुख पहले ऐसे भारतीय थे, जिन्होंने आरबीआई के गवर्नर का पदभार संभाला था और वे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तीसरे गवर्नर बने. इसके अलावा वह वर्ष 1951-52 में अंतरिम बजट के समय भारत के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं. देशमुख बैंकों के राष्ट्रीयकरण करने के खिलाफ थे.
12. आरबीआई हेडक्वार्टर में मॉनिटरी म्यूजियम
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मुंबई स्थित हेडक्वार्टर में मॉनिटरी म्यूजियम (मौद्रिक संग्रहालय) का भी संचालन होता है.
13. देशभर में आरबीआई के हैं 31 ऑफिस
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के देशभर में 31 ऑफिस हैं. इसमें से अधिकांश ऑफिस राज्यों की राजधानी में है.