रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के अचानक सोमवार को इस्तीफे देने के अगले दिन डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में बड़ी कमजोरी देखने को मिली.  रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 1 रुपये 12 पैसे की गिरावट के साथ 72.44 पर खुला. आपको बता दें ऊर्जित पटेल ने तब इस्तीफा दिया जब महज चार दिनों के बाद ही केंद्रीय बैंक के बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक होनी है. माना जा रहा है इस बैठक में सरकार और आरबीआई के बीच मतभेदों उभर सकते हैं.

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सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 50 पैसे गिरकर 71.32 पर बंद हुआ था. आनंद राठी फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य अर्थशास्त्री सुजान हाजरा ने पटेल के इस्तीफे पर कहा, "यह चौंकाने वाला था. गवर्नर और सरकार के बीच झगड़ा 'विवादास्पद' बोर्ड मीटिंग के बाद और दिसंबर की मौद्रिक नीति के दौरान भी जारी रहा. हाजरा का कहना है कि इस इस्तीफे से यह बात तो तय है कि सरकार और आरबीआई के बीच कई मुद्दों पर मतभेद अब भी है.

माना तो यह जा रहा था कि शायद अब सरकार और आरबीआई के बीच रस्साकशी कम हो रही है, लेकिन सोमवार को उर्जित का इस्तीफा यह स्पष्ट करता है कि सरकार और गवर्नर के बीच तनातनी बरकरार थी. उर्जित का इस्तीफा बाजार में कुछ समय के लिए अनिश्चितता तो जरूर पैदा करेगा. अब नए गर्वनर के आने पर ही स्थितियों में बदलाव देखने को मिल सकती है.

इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कोटक सिक्योरिटीज के मुद्रा विश्लेषक आनद बनर्जी का कहना है कि "यह कदम निवेशकों के बीच अप्रत्याशित था. पांच राज्यों के चुनाव परिणामों के साथ रुपया और डेट मार्केट में आगामी दिनों में भारी उठापटक देखने को मिल सकती है. निवेशक बाजार से पैसा निकाल सकते हैं.