आठ कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज ने जून में कर दिया उलटफेर, प्रोडक्शन में धमाकेदार बढ़त, जानें कितनी मिली ग्रोथ
Core sector industries India june 2022: जून महीने में कोयला, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, सीमेंट और बिजली उत्पादन क्रमश: 31.1 प्रतिशत, 15.1 प्रतिशत, 8.2 प्रतिशत, 19.4 प्रतिशत और 15.5 प्रतिशत बढ़ा.
Core sector industries India june 2022: आठ बुनियादी उद्योगों (कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज) का प्रोडक्शन जून महीने में 12.7 प्रतिशत बढ़ा एक साल पहले इसी महीने में इसमें 9.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, आठ बुनियादी उद्योगों- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में मई 2022 में 19.3 प्रतिशत की ग्रोथ हुई थी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, जून महीने में कोयला, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, सीमेंट और बिजली उत्पादन क्रमश: 31.1 प्रतिशत, 15.1 प्रतिशत, 8.2 प्रतिशत, 19.4 प्रतिशत और 15.5 प्रतिशत बढ़ा जबकि कच्चे तेल का उत्पादन 1.7 फीसदी घट गया.
वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में कैसा था ग्रोथ
खबर के मुताबिक, समीक्षाधीन माह के दौरान प्राकृतिक गैस और इस्पात के उत्पादन (Production of eight core sector industries) में वृद्धि धीमी पड़कर 1.2 प्रतिशत और 3.3 प्रतिशत रह गई. आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 13.7 प्रतिशत बढ़ा. इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में यह 26 प्रतिशत था.
एक्सपर्ट का क्या है कहना
रेटिंग एजेंसी इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि कोयला, सीमेंट, रिफाइनरी उत्पादों और बिजली उत्पादन (Production of eight core sector industries) जून के दौरान दोहरे अंकों में बढ़ा जबकि इस्पात और प्राकृतिक गैस में वृद्धि सुस्त रही.उन्होंने कहा कि प्रमुख आंकड़ों (जीएसटी संग्रह, माल ढुलाई आंकड़ा, पीएमआई आदि) के साथ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में नरमी को देखते हुए, हमारा अनुमान है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) 11 से 13 प्रतिशत रह सकता है. इन आठ बुनियादी उद्योगों (core sector industries) की औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में हिस्सेदारी 40.27 प्रतिशत है.
हाल में कोयला (Coal) के उत्पादन और सप्लाई की मुश्किलों के चलते देशभर में बिजली संकट का अंदेशा पैदा हो गया था. बाद में सरकार ने कोयला सप्लाई को प्राथमिकता देते हुए इसे सामान्य किया. देश के आठ कोर सेक्टर (core sector industries India june 2022) को कोरोना महामारी में भारी दबाव का सामना करना पड़ा था. हालांकि इसमें काफी सुधार देखा जा सकता है.