राष्ट्रपति कोविंद का अनोखा अंदाजे-बयां, क्रिकेट की भाषा में समझाया भारत में बिजनेस का फंडा
भारत में इन दिनों सरकार कारोबार को आसान बनाने पर जोर दे रही है और इसके साथ ही विदेश से निवेश जुटाने के लिए भी खास कोशिशें की जा रही हैं. ऐसे में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बेहद रोचक अंदाज में समझाया है कि कारोबारी और निवेशक किस तरह भारत में सफल हो सकते हैं.
भारत में इन दिनों सरकार कारोबार को आसान बनाने पर जोर दे रही है और इसके साथ ही विदेश से निवेश जुटाने के लिए भी खास कोशिशें की जा रही हैं. ऐसे में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बेहद रोचक अंदाज में समझाया है कि कारोबारी और निवेशक किस तरह भारत में सफल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि उनके लिए सफलता के फंडे क्रिकेट में छुपे हुए हैं.
राष्ट्रपति कोविंद ने आस्ट्रेलियन फाइलैंशियल रिव्यू के इंडिया बिजनेस समिट में कहा कि भारत में आने की इच्छा रखने वाले ऑस्ट्रेलियाई बिजनेसमैन और निवेशकों को क्रिकेटरों से सीखना चाहिए. उन्होंने कहा, 'लोग क्रिकेट को जीवन का मेटॉफर कहते हैं. मेरा विश्वास है कि ये कारोबार के लिए मेटॉफर है. भारत में आने के इच्छुक ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों और कारोबारियों को क्रिकेटरों के तरीकों का अनुकरण करना चाहिए.'
उन्होंने सिडनी में कहा, 'भारत में सर्वाधिक सफल ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज वे खिलाड़ी थे, जिन्होंने धैर्य दिखाया, स्थानीय दशाओं को ध्यान से समझा, लंबी पारी खेली और लंबी साझेदारी कायम की- और जो स्पिन में फंसे नहीं. भारत आइए. पिच तैयार है.'
दरअसल भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया में भी क्रिकेट बेहद लोकप्रिय है. इसलिए राष्ट्रपति कोविंद ने क्रिकेट के रूपकों के सहारे ऑस्ट्रेलियाई कारोबारियों को भारत आने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने उन्हें सावधान भी किया और पूरी तैयारी के साथ भारत आने के लिए कहा. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को भारत की स्पिन गेंदबाजी से सबसे अधिक परेशानी होती है, उसी तरह भारत में कारोबार करने के लिए भी कुछ कठिनाइयां हैं, लेकिन उनसे बचने पर सफलता निश्चित है. साथ ही उन्होंने कहा कि निवेशकों को भारत में जल्दबाजी दिखाने की जगह धैर्य रखने की जरूरत है.