समाजसेवी और लेखिका सुधा मूर्ति को शुक्रवार को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है. राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस के मौके पर  सुधा मूर्ति को राज्‍यसभा के लिए मनोनीत किया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म X पर इसको लेकर एक पोस्‍ट किया है. बता दें कि सुधा मूर्ति मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी हैं. ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक उनके दामाद हैं.

पीएम ने क्‍या लिखा पोस्‍ट में?

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एक्‍स पर अपने पोस्‍ट में पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा कि 'मुझे खुशी है कि भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुधा मूर्ति का राज्‍यसभा के लिए नामांकन किया है. सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा सहित विविध क्षेत्रों में सुधा जी का योगदान अतुलनीय और प्रेरणादायक रहा है. राज्यसभा में उनकी उपस्थिति हमारी 'नारी शक्ति' का एक शक्तिशाली प्रमाण है, जो हमारे देश की नियति को आकार देने में महिलाओं की ताकत और क्षमता का उदाहरण है. उनके सफल संसदीय कार्यकाल की कामना करता हूं.'

30 से ज्‍यादा किताबें लिख चुकी हैं

बता दें कि सुधा मूर्ति 'मूर्ति ट्रस्ट' की अध्यक्ष हैं. उन्‍हें कन्नड़ और अंग्रेजी साहित्य में उनके विशेष योगदान के लिए जाना जाता है. वे अब तक  द मदर आई नेवर न्यू, थ्री थाउजेंड स्टिचेस, द मैन फ्रॉम द एग और मैजिक ऑफ द लॉस्ट टेम्पल आदि 30 से ज्‍यादा किताबें लिख चुकी हैं. उनकी किताबों का कई भाषाओं में अनुवाद भी हुआ है.  

पद्मश्री और पद्म भूषण से हो चुकी हैं सम्‍मानित

19 अगस्त 1950 को कर्नाटक के हावेरी में एक ब्राह्मण परिवार में जन्‍मी सुधा के पिता आरएच कुलकर्णी सर्जन थे. उनकी मां विमला कुलकर्णी स्कूल टीचर थीं. उनके दो बच्‍चे हैं अक्षता मूर्ति और रोहन मूर्ति. अक्षता मूर्ति ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं. वहीं रोहन मूर्ति अमेरिका बेस्ड सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फर्म सोरोको के फाउंडर हैं. सुधा को वर्ष 2006 में पद्मश्री और 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. 

भाषा से इनपुट