चुनाव के बीच राधिका खेड़ा ने छोड़ी कांग्रेस, कहा- 'राम लला के दर्शन का कुछ लोग कर रहे हैं विरोध'
Radhika Khera Resignation: लोकसभा चुनाव तीसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस की मीडिया कॉर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. राधिका खेड़ा ने दावा किया कि उनके रामलला के दर्शन करने का विरोध किया जा रहा है.
Radhika Khera Resign From Congress: लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरी चरण के मतदान से पहले कांग्रेस को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम एक पत्र लिखा है. इस लेटर में राधिका खेड़ा ने दावा किया है कि उनके रामलला के दर्शन का पार्टी में विरोध हो रहा है. अपने लेटर में उन्होंने हिरण्यकशिपु से लेकर रावण और कंस तक का जिक्र किया है.
Radhika Khera Resign: राधिका खेड़ा ने कहा- 'धर्म के साथ होने वालों का हो रहा है विरोध'
राधिका खेड़ा ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे लेटर की फोटो पोस्ट की है. इसमें उन्होंने लिखा, 'आदिकाल से ये स्थापित सत्य है कि धर्म का साथ देने वालों का विरोध होता रहा है. हिरण्यकशिपु से लेकर रावण और कंस तक इसका उदाहरण हैं। वर्तमान में प्रभु श्रीराम का नाम लेने वालों का कुछ लोग इसी तरह विरोध कर रहे हैं. हर हिंदू के लिए प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली पवित्रता के साथ बहुत मायने रखती है और राम लला के दर्शन मात्र से जहां हर हिंदू अपना जीवन सफल मानता है.'
Radhika Khera Resign: राधिका खेड़ा ने कहा- 'NSUI, मीडिया विभाग का काम ईमानदारी से किया'
राधिका खेड़ा ने अपने लेटर में आगे लिखा, 'कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं. मैंने जिस पार्टी को अपने 22 साल से ज़्यादा दिए, जहां एनएसयूआई से लेकर एआईसीसी के मीडिया विभाग में पूरी ईमानदारी से काम किया, आज वहां ऐसे ही तीव्र विरोध का सामना मुझे करना पड़ा है क्योंकि मैं अयोध्या में राम लला के दर्शन करने से ख़ुद को रोक नहीं पाई. मेरे इस पुनीत कार्य का विरोध इस स्तर तक पहुंच गया कि मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए घटनाक्रम में मुझे न्याय देने से इनकार कर दिया गया.'
Radhika Khera Resign: राधिका खेड़ा ने कहा- 'महिला होने के नाते बेहद आहत हूं'
राधिका खेड़ा ने अपने लेटर में आगे लिखा, 'मैंने हमेशा ही दूसरों के न्याय के लिए हर मंच से लड़ाई लड़ी है, किंतु जब स्वयं के न्याय की बात आई तो पार्टी में मैंने स्वयं को हारा हुआ पाया. प्रभु श्रीराम की भक्त व एक महिला होने के नाते मैं बेहद आहत हूं. बार-बार पार्टी के समस्त शीर्ष नेताओं को अवगत कराने के बाद भी जब मुझे न्याय नहीं मिला , इससे आहत होकर मैंने आज यह कदम उठाया है.' आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे.