ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर सामान बेचेंगे बुकनर, सरकार देगी ट्रेनिंग, जानिए पूरी डीटेल
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने और उसपर अपने उत्पादों को सूचीबद्ध करने के तौर-तरीकों के बारे में प्रशिक्षण देने को लेकर इस साल जागरूकता और संपर्क कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.
E-Commerce Platform: सरकार दस्तकारों, बुनकरों और आभूषण निर्माताओं को ई-कॉमर्स (E-Commerce) प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पादों को बेचने और निर्यात अवसरों के उपयोग में मदद के लिये इस वर्ष जागरूकता और संपर्क कार्यक्रम शुरू करेगी. विदेश व्यापार महानिदेशक (DGFT) संतोष कुमार सारंगी ने कहा कि एक जिला, एक उत्पाद योजना (ODOP), सिले-सिलाये कपड़े और आभूषण जैसे क्षेत्रों में निर्यात की काफी संभावनाएं हैं. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने और उसपर अपने उत्पादों को सूचीबद्ध करने के तौर-तरीकों के बारे में प्रशिक्षण देने को लेकर इस साल जागरूकता एवं संपर्क कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.
सारंगी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, हम व्यापक स्तर पर जागरूकता और संपर्क कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं. इसमें हम अपने दस्तकारों, बुनकरों, आभूषण निर्माताओं को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जोड़ने तथा किसी और पर निर्भर हुए बिना सीधे वहां से अपने उत्पादों का निर्यात करने को लेकर प्रशिक्षित करेंगे.
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फार्मा उत्पादों पर लागू हो सकता है क्वालिटी सुधार मानक
भारत से होने वाले निर्यात को वैश्विक मानकों के अनुरूप ढालने के लिए जरूरत पड़ने पर अधिक फार्मा उत्पादों को अनिवार्य गुणवत्ता सुधार मानकों के दायरे में लाया जा सकता है. डीजीएफटी संतोष कुमार सारंगी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय से इस बारे में परामर्श मिलने पर अधिक औषधीय उत्पादों को अनिवार्य गुणवत्ता सुधार मानकों के दायरे में लाया जा सकता है.
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उन्होंने कहा कि देश से निर्यात किए जाने वाले सभी औषधीय उत्पादों को वैश्विक मानकों एवं गुणवत्ता जरूरतों पर खरा उतरना होगा. सारंगी का यह बयान कफ सिरप निर्यातकों के लिए उत्पाद का गुणवत्ता परीक्षण अनिवार्य किए जाने के एक दिन बाद आया है. डीजीएफटी ने कहा है कि 1 जून से विदेश भेजे जाने वाले कफ सिरप का प्रयोगशालाओं में पहले परीक्षण कराना होगा.
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