कोरोना वायरस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को सभी ग्राम पंचायतों के प्रमुखों को संबोधित किया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पंचायती राज दिवस (National Panchayati Raj Day 2020) के मौके पर प्रधानमंत्री ने नए ई-ग्राम स्वराज पोर्टल-मोबाइल ऐप (E-Gramswaraj app) और स्वामित्व योजना (Swamitva Scheme) की शुरुआत की. इस पोर्टल के जरिए ग्राम पंचायतों की समस्या, उनसे जुड़ी जानकारी एक जगह पर मौजूद रहेगी. प्रधानमंत्री बोले कि कोरोना संकट के बीच गांव वालों ने दुनिया को बड़ा संदेश दिया. गांव वालों ने सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बल्कि 'दो गज दूरी' का संदेश दिया, जिसने कमाल कर दिया.

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पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट से हमें सबक मिला है कि अब आत्मनिर्भर होना काफी जरूरी है. गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर बने, जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर, और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने, अब ये बहुत आवश्यक हो गया है. एक दौर वो भी था जब देश की सौ से भी कम पंचायतें ब्रॉडबैंड से जुड़ी थीं. अब सवा लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुंच चुका है. इतना ही नहीं, गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख को पार कर रही है.

इस कोरोना संकट ने दिखा दिया है कि देश के गांवों में रहने वाले लोग, इस दौरान उन्होंने अपने संस्कारों-अपनी परंपराओं की शिक्षा के दर्शन कराए हैं. गांवों से जो अपडेट आ रहा है, वो बड़े-बड़े विद्वानों के लिए भी प्रेरणा देने वाला है. आप सभी ने दुनिया को मंत्र दिया है- ‘दो गज दूरी’ का, या कहें ‘दो गज देह की दूरी’ का. इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है. ये आपके ही प्रयास है कि आज दुनिया में चर्चा हो रही है कि कोरोना को भारत ने किस तरह जवाब दिया है.

पीएम मोदी ने कहा इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई, लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच, अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाय, उनसे टकरा रहा है, लोहा ले रहा है. ये सही है कि रुकावटें आ रही हैं, परेशानी हो रही है, लेकिन संकल्प का सामर्थ्य दिखाते हुए, नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते हुए, नए-नए तरीके खोजते हुए, देश को बचाने का और देश को आगे बढ़ाने का काम भी निरंतर जारी है.

पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला के मोहम्मद इकबाल से बात की. इकबाल ने बताया कि उन्होंने गांव के हर ब्लॉक को कोरोना वायरस और लॉकडाउन की जानकारी दी, यहां सिर्फ एक ही केस सामने आया था. इस दौरान कर्नाटक के एक व्यक्ति से बात करते हुए पीएम ने कहा कि आजकल वो गांव के प्रमुख से लेकर देशों के प्रमुख तक से बात कर रहे हैं.

कोरोना संकट ने बदला काम का तरीका

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी ने सभी के काम करने के तरीके को बदल दिया है, अब हम आमने-सामने होकर बातें नहीं कर पा रहे हैं. पंचायती राज दिवस गांव तक स्वराज पहुंचाने का अवसर होता है, कोरोना संकट के बीच इसकी जरूरत बढ़ गई है.

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सवाल लाख पंचायत ब्रॉडबैंड से जुड़ी

पीएम मोदी बोले कि 5-6 साल पहले देश की सिर्फ 100 पंचायत ब्रॉडबैंड से जुड़ी थी, लेकिन आज सवा लाख पंचायतों तक ये सुविधा पहुंच गई है. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन वेबसाइट को शुरू किया गया है, उसके जरिए गांव तक जानकारी और मदद पहुंचने में तेजी आएगी. ग्राम पंचायतों के प्रमुखों से पीएम ने कहा कि अब गांव की मैपिंग ड्रोन के जरिए की जाएगी, जबकि बैंक से ऑनलाइन लेने में भी मदद मिलेगी. अभी इसकी शुरुआत महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत कुल 6 राज्यों में इसकी शुरुआत हो रही है, फिर हर गांव तक इसे ले जाया जाएगा.