भारत 2024 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज की ओर से ताजा रिपोर्ट में ये दावा किया गया है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि घरेलू स्तर पर मांग बनी रहने, नीतियों में निरंतरता जारी रहने, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और निजी सेक्टर के निवेश को प्रोत्साहन मिलना अर्थव्यवस्था में तेजी की वजह है.

निवेश भी आएगा

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'क्रेडिट कंडीशंन्स- एशिया-पैसिफिक एच2 2024 क्रेडिट आउटलुक' रिपोर्ट हाल में जारी की गई थी. इसमें मूडीज ने कहा कि 2024 की पहली छमाही में इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत वृद्धि दर में अग्रणी रहेंगे. मूडीज का कहना है कि कॉरपोरेट आय अच्छी होने के कारण भारत और आसियान अर्थव्यवस्थाओं में अधिक पोर्टफोलियो निवेश आएगा.

6.8% की दर से बढ़ सकती है इकोनॉमी

मई में मूडीज ने अनुमान जताया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू कैलेंडर वर्ष में 6.8 फीसदी की दर से बढ़ सकती है. वहीं, 2025 में यह दर 6.5 फीसदी रह सकती है. इसकी वजह लोकसभा चुनाव के बाद नीतियों में निरंतरता जारी रहना है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 फीसदी रही है, जबकि दुनिया में सबसे तेज थी. आरबीआई की ओर से जीडीपी विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया है, जो कि पहले 7 फीसदी था. केंद्रीय बैंक द्वारा जीडीपी वृद्धि अनुमान बढ़ाने की वजह सामान्य से अच्छा मानसून होना है.