नए साल से पहले मोदी सरकार की तरफ से आम आदमी को उपहार देने का सिलसिला जारी है. कुछ दिन पहले GST की दरों में कमी करने की घोषणा के बाद अब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भविष्य में सरकार जीएसटी की सिंगल स्टैंडर्ड रेट लागू करने की दिशा में काम करेगी. ऐसा 12% और 18% टैक्स की स्लैब को हटाकर किया जाएगा. अरुण जेटली ने फेसबुक (Facebook) पर एक ब्लॉग में लिखा, 'भविष्य के रोडमैप के रूप में 12% और 18% की दो स्टैंडर्ड रेट की जगह एक सिंगल स्टैंडर्ड रेट को लागू करने की दिशा में काम किया जा सकता है. नया रेट दोनों (पुराने रेट) के बीच का होगा.' उन्होंने कहा कि हालांकि इसमें थोड़ा समय लगेगा, जब टैक्स एक खास स्तर तक बढ़ जाएगा.

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स्टैंडर्ड GST रेट की ओर बढ़ेंगे कदम 

उन्होंने कहा कि देश में जीएसटी का सिर्फ एक स्टैंडर्ड रेट होना चाहिए. ऐसे में जीएसटी का जीरो स्लैब, 5% का स्लैब और एक स्टैंडर्ड स्लैब होगा. सिर्फ विलासिता और व्यसन की वस्तुएं इसका अपवाद होंगी. उन्होंने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'जिन लोगों ने 31% अप्रत्यक्ष कर के साथ भारत का उत्पीड़न किया और लगातार जीएसटी को नजरअंदाज किया, उन्हें गंभीरतापूर्वक आत्मअवलोकन करना चाहिए.'

पहले भी मिली GST में राहत

इससे पहले जीएसटी काउंसिल ने आम आदमी के जरूरतों से जुड़े सामान पर GST की दर में भारी कटौती करने का फैसला किया था. इसके तहत सीमेंट और कुछ ऑटो पार्ट्स को छोड़कर 28% का स्लैब सिर्फ लक्जरी सामानों के लिए होगा और आम जरूरत की वस्तुओं पर 18% या उससे कम GST ही लगाई जाएगी. इसके तहत टायर, एसी और टीवी पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा. इसके अलावा धार्मिक पर्यटन के लिए फ्लाइट पर जीएसटी घटाया गया है और मूवी टिकट भी सस्ता किया गया.