CPI inflation in India: आम लोगों को लिए खुशखबरी है. रिटेल महंगाई तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक CPI महंगाई दर 7% से नीचे आ गई है, जो कि 6.77% हो गई हैं. सितंबर में महंगाई दर का आंकड़ा 7.41% थी. इससे पहले RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी महंगाई के आंकड़ों में नरमी की उम्मीद जताई थी. हालांकि, महंगाई की दर अभी भी RBI के तय दायरे से बाहर है, जो कि 4% (+2/-2) है.

महंगाई से मिली राहत

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CPI महंगाई दर 7.41% से घटकर 6.77% 

कोर महंगाई दर 6.1% से घटकर 6% 

खाद्य महंगाई दर 8.6% से घटकर 7.01% 

ग्रामीण महंगाई दर 7.56% से घटकर 6.98% 

शहरी महंगाई दर 7.27% से घटकर 6.50% 

खानपान के सस्ते सामानों से मिली राहत

खाने-पीने के सामान के भाव घटने से अक्टूबर में रिटेल महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है. इसमें खाने-पीने के सामानों में खासकर सब्जियों और दालों की कीमतें घटी हैं. नतीजतन, खाद्य महंगाई दर सितंबर के 8.6% से घटकर 7.01% पर आ गई.  इसी तरह सब्जियों की महंगाई दर भी घटकर 7.77% पर पहुंच गई, जोकि सितंबर में 18.05% थी. 

लेकिन RBI के दायरे से बाहर महंगाई

अक्टूबर में महंगाई के आंकड़े जरूर घटे हैं, लेकिन अभी भी RBI के दायरे से बाहर है. हालांकि, गवर्नर शक्तिकांत दास को उम्मीद है कि महंगाई दर 7 फीसदी के नीचे आएगी. बता दें कि RBI महंगाई पर काबू पाने के लिए नगदी का फ्लो को कम करती है. इसके लिए रेपो रेट में इजाफा किया जाता है. यही वजह है कि दुनियाभर महंगाई पर लगाम कसने के लिए सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं. भारत में RBI ने मई 2022 से अबतक रेपो रेट में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी कर चुका है. मौजूदा समय में रेपो रेट 5.90 फीसदी हो गई है.

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