India Q1 GDP Growth: चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जून तिमाही के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) आज शाम को जारी करेगा. इन आंकड़ों से इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कृषि और विनिर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विस्तार की जानकारी मिलेगी. अनेक विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दहाई अंकों में ग्रोथ करेगी. 

दहाई अंकों GDP ग्रोथ का अनुमान

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेटिंग एजेंसी इक्रा के अनुसार GDP 13% की दर से बढ़ सकती है, वहीं भारतीय स्टेट बैंक (Sbi) ने अपनी रिपोर्ट में 15.7% ग्रोथ का अनुमान व्यक्त किया है. पिछले साल अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 20.1% थी.

Q1FY23 में GDP ग्रोथ 16.2% संभव

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस महीने की शुरुआत में अपनी मौद्रिक नीति संबंधी बैठक में कहा था कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट करीब 16.2% रहने की संभावना है. आरबीआई ने FY23 के लिए रियल GDP ग्रोथ का अनुमान 7.2 फीसदी पर बरकरार रखा.

अप्रैल-जून 2022 के बीच जीडीपी की ग्रोथ 16.2 फीसदी रह सकती है. जुलाई से सितंबर तक की तिमाही में यह 6.2 फीसदी की दर पर रहने की संभावना है. अक्टूबर से दिसंबर 2022 तिमाही में 4.1 फीसदी और जनवरी से मार्च 2023 वाली तिमाही में 4.0 फीसदी रहने की संभावना है.

IMF ने घटाया था अपना अनुमान

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने जुलाई 2022 के अंत में चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के विकास के अनुमान को 80 आधार अंकों से घटाकर 7.4 प्रतिशत कर दिया था. वहीं, विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाकर 7.5% कर दिया है. बढ़ती मुद्रास्फीति, आपूर्ति श्रृंखला की दिक्कतों और भू-राजनीतिक तनाव के मद्देनजर भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटाया गया है.