India Forex Reserves: लगातार दूसरे हफ्ते देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गई. 28 जुलाई को समाप्त सप्ताह में यह 3.16 अरब डॉलर घटकर 603.87 अरब डॉलर रह गया है. RBI की तरफ से यह लेटेस्ट रिपोर्ट शेयर की गई है. इससे पिछले सप्ताह में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 1.98 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 607.03 अरब डॉलर रह गया था. देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर, 2021 में 645 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया था. लेकिन वैश्विक घटनाओं के कारण पैदा हुए दबाव के बीच रुपए को संभालने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करने से इसमें गिरावट आई.

FCA में 2.41 अरब डॉलर की बड़ी गिरावट

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रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 28 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां (Foreign Currency Assets) 2.41 अरब डॉलर घटकर 535.33 अरब डॉलर रह गईं. डॉलर में अभिव्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में आई घट-बढ़ के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है.

गोल्ड रिजर्व की वैल्यु 71 करोड़ डॉलर घटी

गोल्ड रिजर्व का मूल्य 71 करोड़ डॉलर घटकर 44.90 अरब डॉलर रह गया. आंकड़ों के अनुसार, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 2.9 करोड़ डॉलर घटकर 18.44 अरब डॉलर रह गया. समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास रखा देश का मुद्रा भंडार 1.1 करोड़ डॉलर घटकर 5.18 अरब डॉलर रह गया.

रुपया 2 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा

इधर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को आठ पैसे की गिरावट के साथ दो माह के भी अधिक के निचले स्तर 82.81 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में डॉलर की मांग बढ़ने और कच्चे तेल कीमतों में मजबूती आने से रुपए की धारणा कमजोर हुई. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी कोषों की निकासी से भी रुपए पर दबाव रहा. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा कि सुरक्षित-निवेश के विकल्प के रूप में डॉलर की मांग बढ़ने और कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बाद भारतीय रुपया निचले स्तर पर बंद हुआ.