भारत में सस्ती होंगी स्विस घड़ियां और चॉकलेट, इस वजह से घटेंगे दाम
India-EFTA deal: भारत और 4-यूरोपीय देशों के समूह ईएफटीए ने आपसी व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए रविवार को एक व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौते (टीईपीए) पर हस्ताक्षर किए.
India-EFTA deal: भारत ईएफटीए ब्लॉक के साथ अपने व्यापार समझौते के तहत कलाई घड़ियों, चॉकलेट, बिस्किट और दीवार घड़ियों जैसे हाई क्वालिटी वाले स्विस प्रोडक्ट्स पर क्रमिक रूप से सीमा शुल्क (Custom Duty) को खत्म कर देगा. इससे घरेलू ग्राहकों को कम कीमत पर इन उत्पादों तक पहुंच मिलेगी.
लागू होने में एक साल तक का लगेगा समय
भारत और 4-यूरोपीय देशों के समूह ईएफटीए ने आपसी व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए रविवार (10 मार्च) को एक व्यापार और आर्थिक साझेदारी समझौते (टीईपीए) पर हस्ताक्षर किए. यूरोपीय फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (EFTA) के सदस्य आइसलैंड, लीशटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड हैं. अलग-अलग देशों में इस समझौते को मंजूरी देने की विस्तृत प्रक्रिया के कारण इसे लागू होने में एक साल तक का समय लगेगा.
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एक अधिकारी ने कहा, हम स्विस घड़ियों और चॉकलेट पर शुल्क रियायतें दे रहे हैं. स्विट्जरलैंड के कुछ प्रसिद्ध घड़ी ब्रांड्स में रोलेक्स, ओमेगा और कार्टियर हैं. स्विट्जरलैंड का ब्रांड नेस्ले (Nestle) भारतीय एफएमसीजी (FMCG) बाजार की प्रमुख कंपनी और चॉकलेट निर्माता है. यह भारतीय एफएमसीजी सेगमेंट में तीसरी सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी है.
कम भाव में मिलेगा स्विस उत्पाद
आर्थिक शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRE) द्वारा किए गए टीईपीए दस्तावेजों के विश्लेषण के अनुसार, भारत ने समझौते के तहत स्विट्जरलैंड से आयातित कई उत्पादों पर शुल्क रियायत दी हैं. जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, भारत ने 7 से 10 वर्षों में कई स्विस सामानों पर शुल्क हटाने का फैसला किया है. इससे भारतीय ग्राहकों को कम कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले स्विस उत्पाद मिल सकेंगे.
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