Independence Day 2022: 75 वर्षों में पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप से दी गई सलामी, सियाचिन पर लहराया तिरंगा
Independence Day 2022: भारत का 76वां स्वतंत्रता दिवस कई मायनों में खास रहा. पहली बार लाल किले से स्वदेशी तोप से सलामी दी गई. मेड इन इंडिया ATAGS हॉवित्जर से लाल किले पर तिरंगे को सलामी दी गई.
Independence Day 2022: भारत का 76वां स्वतंत्रता दिवस कई मायनों में खास रहा. पहली बार लाल किले से स्वदेशी तोप से सलामी दी गई. मेड इन इंडिया ATAGS हॉवित्जर से लाल किले पर तिरंगे को सलामी दी गई. इसे डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने डेवलप किया है. वहीं, सियाचिन वॉरियर्स ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान पर सियाचिन पर स्वतंत्रता दिवस मनाया और तिरंगा लहराया.
पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप का इस्तेमाल हुआ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 75 साल के बाद जिस आवाज को सुनने के लिए हमारे कान तरस रहे थे. आज 75 साल के बाद वो आवाज सुनाई दी है. 75 साल के बाद लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने का काम पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप ने किया है. मोदी ने कहा, आज देश की सेना के जवानों का हृदय से अभिनंदन करना चाहता हूं. मेरी आत्मनिर्भर की बात को संगठित स्वरूप में, साहस के स्वरूप में, सेना के जवानों और सेनानायकों ने जिस जिम्मेदारी के साथ कंधे पर उठाया, उनको आज मैं सलाम करता हूं.
ATAGS हॉवित्जर तोप
ATAGS को हॉवित्जर भी कहा जाता है. हॉवित्जर यानी छोटी तोपें. Advanced Towed Artillery Gun System, ऐसी तोप है जिसे ट्रक से खींचा जाता है. इस तोप का कैलिबर 155 एमएम है. इसे DRDO ने भारत फोर्ज लिमिटेड, महिंद्रा डिफेंस नेवल सिस्टम, टाटा पॉवर स्ट्रैटेजिक और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड ने विकसित किया है.
इस तोप से 155 एमएम के गोले दागे जा सकते हैं. साथ ही इस तोप से दागे जाने वाले गोलों की रेंज 48 किलोमीटर है. यह तोप -30 डिग्री सेल्सियस से लेकर 75 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर सटीक फायर कर सकती है