बीता वित्त वर्ष दे गया अच्छी खबर, टूटा पौने दो साल का रिकॉर्ड, मालामाल हुई सरकार
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कलेक्शन के मोर्चे पर सरकार के लिए बड़ी खुशखबरी आई है.
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कलेक्शन के मोर्चे पर सरकार के लिए बड़ी खुशखबरी आई है. वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को ट्वीट करके बताया कि मार्च 2019 में जीएसटी कलेक्शन जीएसटी के इतिहास में अब तक सर्वाधिक है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक जीएसटी कलेक्शन पिछले साल मार्च 2018 के मुकाबले मार्च 2019 में 15.6 प्रतिशत बढ़ गया है. मार्च में कुल 106577 करोड़ रुपये जीएसटी के तौर पर जमा हुए.
वित्त मंत्रालय ने बताया है कि अप्रैल 2018 में 103459 लाख करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में जमा हुए थे. इसके बाद मई 2018 से लेकर दिसंबर 2018 तक जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये से कम रहा. हालांकि जनवरी में इसमें एक बार फिर तेजी देखने को मिली और टैक्स कलेक्शन बढ़कर 102503 लाख करोड़ रुपये हो गया. वित्त मंत्रालय ने बताया है कि 2018-19 की अंतिम तिमाही में राजस्व इससे पिछले साल की इसी तिमाही के मुकालबले 14.3 प्रतिशत बढ़ा है. इन आंकड़ों से संकेत मिलता है कि हाल के दिनों में राजस्व में कुछ तेजी आई है.
औसत मासिक जीएसटी संग्रह वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 98114 करोड़ रुपये रहा. यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 9.2 प्रतिशत अधिक है. ये आंकड़े बताते हैं कि जीएसटी की दरों को तर्कसंगत बनाने के लिए उठाए गए कदमों से बीते के महीनों में जीएसटी राजस्व बढ़ा है. गौरतलब है कि सरकार ने 2018-19 के लिये जीएसटी संग्रह का लक्ष्य 13.71 लाख करोड़ रुपये से घटाकर 11.47 लाख करोड़ रुपये कर दिया था.