वित्त मंत्रालय आने वाले महीनों में एक्सिस बैंक और आईटीसी में सरकार की हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है. इन दोनों निकायों में सरकार ने एसयूयूटीआई के माध्यम से शेयर हासिल किए हैं. सितंबर के अंत में स्पेसिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट्र ऑफ इंडिया (एसयूयूटीआई) के एक्सिस बैंक में 9.63 प्रतिशत शेयर, आईटीसी में 7.97 प्रतिशत और एलएंडटी में 1.80 प्रतिशत शेयर हैं. एक अधिकारी ने बताया कि सरकार एक्सिस बैंक और आईटीसी में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए शेयर बाजार में बिक्री-योजना (ऑफर फोर सेल) प्रस्तुत कर सकती है. एलएंडटी में एसयूयूटीआई के माध्यम से अपनी हिस्सेदरी बेचने के लिए कंपनी की शेयर पुनर्खरीद की पेशकश का इंतजार कर रही है.

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थोक में हिस्सेदारी बेचने के लिए तैयार

अधिकारी ने कहा कि हम एक्सिस बैंक और आईटीसी में थोक में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए तैयार हैं. यह सब मूल्यांकन पर निर्भर करेगा. थोक हिस्सेदारी बेचने के सौदे से आशय कंपनी के कुल शेयरों का 0.5 प्रतिशत से अधिक बेचना होता है. यह हिस्सेदारी किसी एक क्रेता द्वारा एक ही विक्रेता को खुले बाजार में की जाती है. इसमें लेनदेन कम से कम पांच करोड़ रुपये का होना चाहिए. 

 

80,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य

सरकार ने फरवरी 2017 में आईटीसी में एसयूयूटीआई के दो प्रतिशत शेयर बेच कर 6,700 करोड रुपये जुटाए थे. इसी तरह नवंबर 2016 में एलएंडटी में 1.63 प्रतिशत बिक्री की थी. मार्च 2014 में सरकार ने एक्सिस बैंक में 9 प्रतिशत शेयर थोक में बेचे. इसमें उसे 5,500 करोड़े रुपये मिले थे. सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 80,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. अब तक इससे 34,000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं. 

(इनपुट एजेंसी से)