अब गोल्डमैन सैश ने GDP ग्रोथ का अनुमान घटाया, लेकिन Nifty पहुंच सकता है 20500 के पार
गोल्डमैन सैश (Goldman Sach) ने कहा कि 2023 में भारत का ग्रोथ घटकर 6 फीसदी से नीचे पहुंच सकता है. उसने 5.9 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया है. पहले उसके अनुमान 6.9 फीसदी का था.
ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैश (Goldman Sachs) ने कहा कि 2023 में भारत का ग्रोथ रेट 5.9 फीसदी रह सकता है. पहले इसने 6.9 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया था. गोल्डमैन सैश ने यह भी कहा कि दिसंबर 2023 तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 20,500 अंक के स्तर तक पहुंच सकता है. इससे निवेशकों को 12 फीसदी तक का रिटर्न मिल सकता है. हालांकि, सेंसेक्स को लेकर कोई टारगेट नहीं दिया गया है. इस साल ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी का अनुमान लगाया गया है.
पहली छमाही में ग्रोथ सुस्त रहेगा
ब्रोकरेज के अनुसार, आर्थिक वृद्धि दो हिस्सों में बंट सकती है. वर्ष 2023 में पहली छमाही में आर्थिक वृद्धि धीमी रह सकती है. वहीं, दूसरी छमाही में निवेश बढ़ने, वैश्चिक बाजारों में सुधार से आर्थिक वृद्धि में फिर से तेजी आने की संभावना है. सरकार का कैपिटल एक्सपेंडिचर जारी रहेगा.
दिसंबर में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ सकता है रेपो रेट
ब्रोकरेज ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा (RBI MPC Meeting in December) बैठक में रेपो दर में 0.50 अंक और फरवरी, 2023 की बैठक में 0.35 फीसदी की वृद्धि कर सकता है. इससे अगले साल फरवरी तक रेपो दर 6.75 फीसदी पर पहुंच जाएगी.
महंगाई घटने का अनुमान
महंगाई को लेकर ब्रोकरेज ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में यह औसत 7 फीसदी रह सकती है. वित्त वर्ष 2023-24 में यह घटकर 5.6 फीसदी पर आ सकती है.
किसने क्या ग्रोथ का अनुमान लगाया है?
इंडियन इकोनॉमी को लेकर अलग-अलग संस्थानों की रिपोर्ट की बात करें तो चालू वित्त वर्ष के लिए वर्ल्ड बैंक का अनुमान 6.5 फीसदी, IMF का अनुमान 6.8 फीसदी, S&P का अनुनमान 7.3 फीसदी, मूडीज का अनुमान 7 फीसदी, फिच का 7 फीसदी, मार्गन स्टैनली का 7 फीसदी, गोल्डमैन सैक्शन का 7.1 फीसदी, सिटी बैंक का 6.7 फीसदी, UNCTAD का 5.7 फीसदी और रिजर्व बैंक का 7 फीसदी का अनुमान है.
Zee Business लाइव टीवी