भारत में आभूषणों (Jwellery) के थोक और खुदरा विक्रेताओं का मानना है कि इस धनतेरस (Dhanteras) पर मांग कम रहेगी और खासतौर से मात्रा में कमी आएगी. उन्होंने कहा कि भले ही सीमा शुल्क कम हो, लेकिन दिवाली के त्योहार से पहले पीली धातु की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं. सोने की कीमत (Gold Price) इस समय दिल्ली में 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है, जबकि चांदी की कीमत एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम (Silver Price) को पार कर गई है. 

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सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुवनकर सेन ने कहा कि बिक्री के मामले में, कीमत बढ़ने के बाद मात्रा में कमी आएगी. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले धनतेरस की तुलना में इस साल मात्रा के लिहाज से बिक्री में कम से कम 10-12 प्रतिशत की गिरावट होगी, क्योंकि कीमतें बहुत बढ़ गई हैं. हम मूल्य के लिहाज से बिक्री में लगभग 12-15 प्रतिशत की वृद्धि हासिल कर सकते हैं.’’ 

इस बार वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण सोने की कीमत बहुत तेजी से बढ़ी है. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें अबतक के उच्चतम स्तर पर हैं. कॉमट्रेंड्ज रिसर्च के सह-संस्थापक और सीईओ ज्ञानशेखर त्यागराजन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कीमतें बढ़ने के कारण उपभोक्ताओं की रुचि कुछ कम हुई है. हालांकि, जैसा कि दशकों से होता आ रहा है, निवेशक समय के साथ ऊंची कीमतों के आदी हो जाते हैं और मांग फिर से बढ़ जाती है. 

पीएन गाडगिल के प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल ने कहा कि मात्रा के लिहाज से उद्योग के पिछले साल के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है. आभूषण खुदरा विक्रेता कल्याण ज्वेलर्स के प्रबंध निदेशक टी एस कल्याणरामन ने कहा, ‘‘दूसरी तिमाही के दौरान ग्राहकों की अच्छी संख्या को देखते हुए हम त्योहारों के दौरान बिक्री को लेकर आशान्वित हैं. त्योहारों के लिए पहले से दिये जाने वाले ऑर्डर भी अच्छे दिख रहे हैं.’’ 

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के क्षेत्रीय सीईओ (भारत) सचिन जैन ने कहा कि सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि त्योहारों के कारण सोने की खरीदारी में फिर से उछाल आया है.