Delhi Minimum Wage: दिवाली से पहले ही दिल्ली सरकार ने कुशल, अर्धकुशल और कुशल श्रमिकों को बड़ा तोहफा दे दिया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन में इजाफा कर दिया गया है, जिससे उन्हें बढ़ती महंगाई में थोड़ी राहत मिलेगी. दिल्ली सरकार ने इससे पहले मई में श्रमिकों के न्यूनतम वेतन में इजाफा किया था. इसी के साथ AAP सरकार ने दावा किया है कि दिल्ली में कुशल, अर्धकुशल और कुशल श्रमिकों को देश में सबसे अधिक न्यूनतम वेतन मिलता है. 

कितना हुआ इजाफा

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उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने बताया कि अकुशल श्रमिकों का वेतन 16,506 रुपये की जगह अब 16,792 रुपये होगा, अर्धकुशल श्रमिकों की तनख्वाह 18,187 रुपये के बजाय पर अब 18,499 रुपये होगी तथा कुशल श्रमिकों का वेतन 20,019 रुपये के बजाय 20,357 रुपये होगा. नई न्यूनतम वेतन 1 अक्टूबर, 2022 से लागू होगी.

 

सिसोदिया ने कहा कि न्यूनतम वेतन में वृद्धि महंगाई की मार झेल रहे श्रमिक वर्ग के लिए राहत देगी. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार मजदूरों को देश में 'सबसे अधिक न्यूनतम वेतन' देती है.

इन कर्मचारियों का वेतन भी बढ़ा

उन्होंने बताया कि इसी के साथ कर्मचारियों के सुपरवाइजर और क्लर्कियल कैडर के लिए भी न्यूनतम वेतन दरों में संसोधन किया गया है. गैर मैट्रिक कर्मियों के मासिक वेतन 18,187 रुपये से बढ़ाकर 18499 रुपये कर दिया गया है जबकि मैट्रिक कर्मियों के लिए यह 20,019 रुपये से बढ़ाकर 20,357 रुपये कर दिया गया है.