कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से 3 मई तक देश में लॉकडाउन (Lockdown) है. लेकिन, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि 3 मई के बाद देश में लॉकडाउन खोल दिया जाएगा. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी देश के सभी मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर रहे हैं. भारत में कुल 9 राज्य ऐसे हैं, जो इस वक्त कोरोना मुक्त हैं. हालांकि, यह सभी  छोटे राज्य हैं. लेकिन, जो बड़े राज्य हैं जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली में कोरोना की स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है. मतलब देश की आर्थिक गतिविधियों से जुड़े राज्यों में अभी भी चिंता बनी हुई है. कई रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया कि दुकाने खोलने की छूट दे दी जाएगी. अब सवाल यह है कि लॉकडाउन खुलने की खबरों पर क्या देश का शेयर बाजार पॉजिटिव रिएक्ट करेगा? 

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दिल्ली-मुंबई खुलने पर ही मिलेगी राहत

ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी के मुताबिक, जो 9 राज्य कोरोना मुक्त हैं, उनका कुल साइज मिलाकर भी मुंबई के बराबर नहीं हैं. तो यहां राज्यों की गिनती करने से कुछ नहीं होगा. देश का बिजनेस मुंबई और दिल्ली से चलता है. लेकिन, अगर दिल्ली और मुंबई से ही लॉकडाउन नहीं खुलता है तो देश के बाकी इलाके खोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता. सेंटिमेंट्स के हिसाब से यह सुनने में अच्छा लगेगा कि 9 राज्य कोरोना मुक्त हैं, लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है. लेकिन, किसी भी छोटी जगह पर लॉकडाउन खुलने से कोई असर नहीं होगा. असर वहां से पड़ेगा जहां खुलने से इकोनॉमिक एक्टिविटी शुरू हो सके. 

रेड जोन खोलने पर फैसला हो तब फायदा

अनिल सिंघवी का मानना है कि लॉकडाउन को उन जगहों पर खोलने से सिर्फ इतना होगा कि लोग बाजार में निकल सकेंगे. दफ्तर जा सकेंगे. लेकिन, जो बड़े इंडस्ट्रियल हब हैं, जहां से बिजनेस एक्टिविटी चल रही है. वहां लॉकडाउन न खुलना चिंता की बात है. गृह मंत्रालय की तरफ से कुछ नई रियायतों का सर्कुलर आया है. लेकिन, रेड जोन के लिए कुछ नहीं है. मुंबई पूरी तरह से रेड जोन में है. खुश होने के बजाए रियलिस्टक होने की सोचिए कि कहां फायदा हो रहा है. आज की बैठक के बाद प्रधानमंत्री जरूर इशारा देंगे कि लॉकडाउन 10 या 15 मई तक एक्सटेंड होगा या नहीं या रेड जोन खुलेंगे कि नहीं. 

कैसे ट्रैक पर आएगी इकोनॉमी?

अनिल सिंघवी के मुताबिक, सिर्फ एक ही चीज पर फोकस करना चाहिए. रिलेक्सेशन जहां मिल रहा है, वहां से कोई बेहतर संकेत आता है या नहीं. छूट देने के बाद अगर स्थितियां कंट्रोल में रहती हैं तो बहुत अच्छी बात है. अगर दिक्कतें आती हैं तो सरकार के पास लॉकडाउन बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा. जब तक लॉकडाउन नहीं खुलेगा, तब तक स्थितियां ठीक नहीं होंगी. इकोनॉमिक एक्टिविटी ट्रैक पर नहीं आएंगी. अनिल सिंघवी का मानना है कि जहां से इकोनॉमिक एक्टिविटी चलती हैं, अगर वहां लॉकडाउन नहीं खुलेगा तो आर्थिक रफ्तार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 

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दुनियाभर में अब तक तकरीबन साढ़े 29 लाख से भी ज़्यादा कोरोना वायरस पॉजीटिव मामले सामने आ चुके हैं. इनमें तकरीबन दो लाख से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई है. देश में कोरोना मरीजों की संख्या 28 हजार के करीब पहुंच गई है. इसमें 6185 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 872 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र है. यहां अब तक 8068 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें 342 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1076 लोग ठीक हो चुके हैं.