Coronavirus Impact: अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने की ब्याज दर में बड़ी कटौती, RBI ने भी कसी कमर
कोरोना वायरस से आर्थिक गतिविधियों के लिए जोखिम पैदा हो गया है. अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए तमाम देशों के शीर्ष बैंक ब्याज दरों में कटौती कर रहे हैं.
नोवेल कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. यह वायरस जानलेवा तो है ही साथ ही इसके असर से अर्थव्यवस्था भी चौपट हो रही है. चीन तो इस समय भारी संकट से गुजर ही रहा है, दुनियाभर का बाजार भी तेजी से गिर रहा है. अमेरिका ने अपनी अर्थव्यवस्था को सहारा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है.
अमेरिकी केंद्रीय बैंक (Federal Reserve) ने बेंचमार्क ब्याज दरों में 0.5 प्रतिशत की बड़ी कटौती की घोषणा की है. फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि कोरोना वायरस से आर्थिक गतिविधियों के लिए जोखिम पैदा हो गया है. फेडरल रिजर्व ने पिछले साल के बाद पहली बार ब्याज दर में कटौती की है. पिछले साल उसने तीन बार ब्याज दरों में कटौती की थी.
यह पहली बार है कि जबकि केंद्रीय बैंक ने 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद नीतिगत समीक्षा बैठकों के बीच ब्याज दरों में कटौती की है. साथ ही यह उस समय के बाद से दरों में सबसे बड़ी कटौती है.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना के कहर से चौपट हो रही अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए केंद्रीय बैंक से ब्याज दरों में कटौती करने की मांग की थी.
इससे पहले मंगलवार को सात बड़ी अर्थव्यवस्थाओं ने कोरोना वायरस से पैदा हुई स्थिति से निपटने को सभी उपयुक्त कदम उठाने की घोषणा की थी.
RBI ने भी कसी कमर
इस बीच भारत के सबसे बड़े बैंक रिजर्व बैंक ने भी कहा है कि वह खतरनाक कोरोनो वायरस के प्रभाव को लेकर वैश्विक के साथ-साथ घरेलू स्थिति पर नजर रखे हुए है. वह वित्तीय बाजारों के व्यवस्थित तरीके से काम करने को सुनिश्चित करने के लिये जरूरी कदम उठाने को तैयार है.
आरबीआई ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने के साथ वैश्विक स्तर पर वित्तीय बाजारों में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव देखा गया है. इससे धारणा प्रभावित हुई है और निवेशक सुरक्षित जगह निवेश करने को लेकर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं.
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केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘रिजर्व बैंक वैश्विक और घरेलू गतिविधियों पर करीबी और लगातार नजर रखे हुए है तथा वित्तीय बाजारों के व्यवस्थित तरीके से काम करने, बाजार में भरोसा बनाये रखने तथा वित्तीय स्थिरता संरक्षित सुनिश्चित करने को लेकर जरूरत पड़ने पर उपयुक्त कदम उठाने को तैयार है.’