CoronaVirus के 'अटैक' से नहीं जाएगी आपकी नौकरी! सरकार ने जारी किया आदेश
भारत में भी हाई अलर्ट है. कई राज्य लॉकडाउन हैं. ट्रेन, ट्रांसपोर्ट, विमान सेवाएं बंद की जा चुकी हैं. लोगों को घर में रहने का आदेश है. नौकरीपेशा लोगों को घर में रहकर काम करने की हिदायत दी गई है.
CoronaVirus के 'अटैक' से दुनियाभर में तबाही मची है. बढ़ते मामलों से पूरी खौफजदा है. फिलहाल इलाज कोई नहीं. कई सेक्टर्स तबाह हो चुके हैं. खासकर टूरिज्म सेक्टर लगभग खत्म होने की कगार पर है. जो जहां है वो वहीं है. चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का अटैक अब तक 10 हजार से ज्यादा जिंदगी ली चुका है. भारत में भी हाई अलर्ट है. कई राज्य लॉकडाउन हैं. ट्रेन, ट्रांसपोर्ट, विमान सेवाएं बंद की जा चुकी हैं. लोगों को घर में रहने का आदेश है. नौकरीपेशा लोगों को घर में रहकर काम करने की हिदायत दी गई है. लेकिन, अब संकट उन सेक्टर्स के लोगों पर है, जो फिलहाल बंद पड़े हैं. क्या कोरोना वायरस के इस दौर में नौकरियों पर भी संकट है?
प्राइवेट सेक्टर में नौकरी जाने का खतरा काफी ज्यादा है. लेकिन, इस बीच सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है. केंद्र सरकार की तरफ से सभी राज्यों को एक निर्देश जारी किया गया है. एडवाइजरी में सख्ती से कहा गया है कि COVID-19 यानी Coronavirus आपदा की वजह से कर्मचारियों की नौकरी नहीं जानी चाहिए. किसी भी कर्मचारी को टर्मिनेट न किया जाए. साथ ही सैलरी भी कोई कटौती न की जाए. एडवाइजरी को श्रम एंव रोजगार मंत्रालय के सचिने की तरफ से जारी किया गया है.
क्या है एडवाइजरी?
सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इस समय अगर किसी कर्मचारी को टर्मिनेट कर दिया जाता है तो मौजूदा संकट की स्थिति और भी गहरा सकती है. इससे कर्मचारियों के वित्तीय स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा. इसलिए जरूरी है कि जैसे भी मैनेज हो किया जाए. इस संकट की घड़ी में कर्मचारियों का ख्याल रखें.
कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह फिलहाल संकट की स्थिति है. पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों से आग्रह किया जाता है कि वो अपने कर्मचारियों को टर्मिनेट न करें. इसमें विशेष तौर पर उन कर्मचारियों को ख्याल रखा जाए जो कैजुअल या कॉन्ट्रैक्चुअल तौर पर काम करते हैं. इन कर्मचारियों की सैलरी में भी कोई कटौती न की जाए.
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इस बात का भी ध्यान रखें नियोक्ता
एडवाइजरी के मुताबिक, अगर कोई कर्मचारी कोरोना वायरस आपदा की वजह से छुट्टी लेता है तो उसकी सैलरी में कोई कटौती न की जाए. अगर कोरोना वायरस की वजह से कंपनी को ऑफिस बंद भी करना पड़ रहा है तो यह माना जाएगा कि कर्मचारी ड्यूटी पर है. कई शहरों में लॉकडाउन के बाद कई कंपनियों ने अपने ऑफिस बंद कर दिए हैं और कर्मचारी छुट्टी पर हैं.