भारतीय रिजर्व बैंक का डॉलर-रुपया विनिमय कार्यक्रम पिछले सप्ताह सफलतापूर्वक पूरा होने से देश का विदेशी मुद्रा भंडार 29 मार्च को समाप्त सप्ताह में 5.237 अरब डॉलर की जोरदार वृद्धि के साथ 412 अरब डॉलर के करीब पहुंच गया. रिजर्व बैंक के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 1.029 अरब डॉलर बढ़कर 406.667 अरब डॉलर हो गया था. रिज़र्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में, विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 5.248 अरब डॉलर बढ़कर 384.053 अरब डॉलर हो गईं.

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डॉलर में बताई गई विदेशी मुद्रा आस्तियां में मुद्राभंडार में रखे यूरो, पौंड और येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्राओं की मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को भी शामिल किया गया है. वित्तीय प्रणाली में नकदी (तरलता बढ़ाने) लाने के प्रयास के तहत रिजर्वबैंक ने 26 मार्च को डॉलर-रुपया अदला बदली नीलामी आयोजित कर पांच अरब डॉलर प्राप्त किये. इस नीलामी में उसे करीब 16 अरब डॉलर के लिए बोली प्राप्त हुई. 

इस पहल के लिए मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखते हुए केन्द्रीय बैंक ने 23 अप्रैल को एक बार फिर तीन वर्ष की अवधि के लिए पांच अरब डॉलर की ‘स्वैप’ नीलामी आयोजित करने की घोषणा की है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार इससे पहले 13 अप्रैल, 2018 को समाप्त सप्ताह में 426.02 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था. लेकिन इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई.

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केन्द्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में देश का आरक्षित स्वर्ण भंडार 23.408 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा. सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास सुरक्षित (विशेष) विशेष निकासी अधिकार 36 लाख डॉलर घटकर 1.456 अरब डॉलर रह गया. केन्द्रीय बैंक ने कहा कि आईएमएफ में देश का आरक्षित भंडार भी 74 लाख डॉलर घटकर 2.986 अरब डॉलर रह गया.