बजट के पहले बैठकों का दौर तेज, निर्यात और व्यापार के स्टेकहोल्डर्स ने बताई वित्त मंत्री को अपनी मांग
केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री Nirmala Sitharaman ने आज नई दिल्ली में आगामी केंद्रीय बजट 2025-26 के संबंध में निर्यात, व्यापार और उद्योग क्षेत्रों के हितधारकों और विशेषज्ञों के साथ चौथे बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की
Budget 2025 Meetings: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश कर सकती हैं. इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. बजट तैयार करने के पहले वित्त मंत्री सीतारमण विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक कर रही हैं. गुरुवार को भी वित्त मंत्री ने निर्यात, व्यापार और उद्योग क्षेत्रों के स्टेकहोल्डर्स और एक्सपर्ट्स के साथ बैठक की है. वहीं, कषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बजट पूर्व बैठकों में हिस्सा लिया.
वित्त मंत्री ने लिया बजट-पूर्व बैठक में हिस्सा
वित्त मंत्रालय ने बताया कि केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज नई दिल्ली में आगामी केंद्रीय बजट 2025-26 के संबंध में निर्यात, व्यापार और उद्योग क्षेत्रों के हितधारकों और विशेषज्ञों के साथ चौथे बजट पूर्व परामर्श की अध्यक्षता की. बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी; वित्त सचिव, दीपम सचिव, वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग सचिव और भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के सचिव भी शामिल हुए.
शिवराज सिंह ने भी ली बजट-पूर्व बैठक
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (DARE)-भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली.
बैठक में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने बजट 2025-26 के संबंध में चर्चा की और कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया. साथ ही, ICAR में चल रहे विभिन्न अनुसंधान कार्यों और योजनाओं के तहत चल रहे कार्यों तथा उनके बजट आवंटन पर चर्चा के दौरान आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
5 साल के रोड मैप पर हुई चर्चा
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की पिछले सालों में अर्जित की गई मुख्य उपलब्धियां तथा आगामी 5 वर्षों के लक्ष्य और रोड मैप पर विस्तृत चर्चा हुई. केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह ने चल रहे अनुसंधान कार्यों पर आवश्यक निर्देश दिए तथा अनुसंधान के नए आयाम को खोजने पर जोर दिया. फसलों की उत्पादकता को प्रति हेक्टेयर कैसे बढ़ाया जाए, इस पर भी विस्तृत चर्चा की.
बैठक में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक, वित्तीय सलाहकार, उप महानिदेशकों, सहायक महानिदेशकों के साथ अन्य उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे.