Budget 2024: भारत से तीन गुना ज्यादा सेना पर खर्च करता है ड्रैगन, जानिए चीन-पाक के मुकाबले कितना है भारत का रक्षा बजट
Defence Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी 2024 को अंतरिम बजट पेश करेंगी. इस बजट से रक्षा क्षेत्र को भी काफी उम्मीदें है. जानिए चीन और पाकिस्तान के मुकाबले कहां पर खड़ा है भारत का रक्षा बजट.
Defence Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना अंतरिम बजट पेश करेगी. इस बजट से कई सेक्टर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं. बजट में रक्षा क्षेत्र को लेकर बड़ी घोषणाएं हो सकती है. गौरतलब है कि साल 2023-24 में भारत का रक्षा बजट रक्षा क्षेत्र को 5.94 लाख करोड़ रुपये मिले थे. चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए भारत के रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी हो रही है. हालांकि, चीन के मुकाबले भारत का रक्षा बजट अभी भी काफी पीछे है.
Defence Budget 2024: 5.94 लाख करोड़ रुपए था भारत का रक्षा बजट, पिछले साल से 13 फीसदी अधिक
वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में रक्षा क्षेत्र को 5.94 लाख करोड़ रुपये (72.6 अरब डॉलर) मिले थे, जोकि पिछले साल की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है. इसमें आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित पूंजीगत परिव्यय बढ़कर 1.62 लाख करोड़ रुपये हो गया था.2019-20 से 57 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. रक्षा पेंशन के लिए 1.38 लाख करोड़ रुपये आवंटित हुए थे. इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए आईडेक्स को 116 करोड़ रुपये मिले, जोकि 2022-23 की तुलना में 93 प्रतिशत अधिक है.
Defence Budget 2024: 224 बिलियन डॉलर था चीन का रक्षा बजट, हर साल हो रही है बढ़ोत्तरी
चीन का वित्त वर्ष 2023-24 का रक्षा बजट 1.55 लाख करोड़ युआन (224 बिलियन डॉलर) था. साल 2022 में ये रक्षा बजट 1.45 ट्रिलियन युआन था. चीन पिछले आठ साल से सैन्य बजट में बढ़ोत्तरी कर रहा है. चीन फिलहाल रक्षा क्षेत्र में खर्च करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है. दूसरी तरफ खस्ता आर्थिक हालत से जूझ रहा पाकिस्तान ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए रक्षा व्यय का बजट 1,804 अरब रुपये रखा था. ये पिछले साल के मुकाबले 15.4 प्रतिशत अधिक था.
Defence Budget 2024: बजट में हो सकती है बड़ी घोषणाएं, एक्सपोर्ट बढ़ाने पर होगा जोर
जी बिजनस से एक्सक्लूसिव बातचीत में रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने कहा, 'डिफेंस एक्सपोर्ट को बढ़ाने पर सरकार का फोकस है. बजट में डिफेंस सेक्टर के लिए बड़े ऐलान संभव हो सकते हैं. इस वित्तीय वर्ष में हम अभी तक 16 हजार करोड़ रुपए का डिफेंस एक्सपोर्ट कर चुके हैं. इस साल हम इसे 20 हजार करोड़ रुपए तक ले जाना चाहते हैं. इसमें प्राइवेट सेक्टर का योगदान भी बहुत ज्यादा है.'